Bilaspur: दो मर्डर के पीछे पुलिस की लापरवाही की कहानी… दोनों पक्ष न्याय के लिए कई बार थाने गए… पर नहीं बनी बात और भाई को ही भैया – भाभी के खून से हाथ रंगने पड़ गए… जानिए विवाद की जड़ क्या है…

Bilaspur: The story of police's negligence behind two murders. What is root...

बिलासपुर। सिविल लाइन थाना क्षेत्र में मंगलवार को हुए दोहरे मर्डर कांड (two murders)में पुलिस की लापरवाही की कहानी सामने आई है। आरोपी की मानें तो दोनों भाइयों के बीच सालों से जमीन का विवाद चला आ रहा था।

इसे सुलझाने दोनों पक्ष सात बार थाने गए, लेकिन हर बार समझौता कराकर थाने से घर भेज दिया जाता रहा और विवाद इतना बढ़ गया कि भाई को ही अपने भईया और भाभी के खून से हाथ रंगने पड़ गए।

सिविल लाइन थाना क्षेत्र के जरहाभाटा ओम नगर जतिया तालाब निवासी दीपक गढ़वाल का छोटा भाई ओमप्रकाश गढ़वाल से सैदा स्थित 7 एकड़ पुश्तैनी जमीन बंटवारे को लेकर लंबे समय से विवाद चल रहा था। मंगलवार की शाम करीब 6:00 बजे उसी जमीन के बंटवारे को लेकर दोनों परिवारों के बीच विवाद हो गया।

देखते ही देखते विवाद में खूनी संघर्ष का रूप ले लिया दोनों परिवार के सदस्य एक दूसरे पर कुल्हाड़ी रंगिया राठ और लाठी से जानलेवा हमला करने लगे। कुछ ही देर में ही देर में दोनों परिवार के लोग खून से लथपथ होकर जमीन पर गिर पड़े।

सूचना मिलते ही क्राइम ब्रांच और सिविल लाइन की टीम मौके पर पहुंची। घायलों को सिम्स ले जाया गया, जहां डॉक्टर ने परीक्षण के बाद बड़े भाई दीपक ग्रेवाल उनकी पत्नी पुष्पा गढ़वाल को मृत घोषित कर दिया। वही उनकी बेटी हर्षिता रोशनी कोई इलाज के लिए भर्ती कराया गया है।

पुलिस ने आरोपी ओम प्रकाश उसकी पत्नी संगीता दो नाबालिग बेटियों को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी ओमप्रकाश ने पुलिस को बताया कि जमीन विवाद के मामले को सुलझाने के लिए दोनों पक्ष करीब 7 बार थाने आए थे, लेकिन हर बार पुलिस ने समझौता कर घर भेज दिया।

मंगलवार की शाम को शाम को वहां ऑटो चला कर घर आया। उसी समय उसके बड़े भाई और भाभी ने झगड़ा शुरु कर दिया और घर से कुल्हाड़ी राठ लाठी से उसकी पत्नी पर हमला कर दिया, जिसे देखकर वह गुस्से से पागल हो गया। उसने अपने भाभी और भाई से लाठी कुल्हाड़ी को लूटा और उन पर ताबड़तोड़ हमला कर दिया।

वह गुस्से से इतना पागल हो गया था कि उसे पता ही नहीं चला कि उसने अपनी भतीजी के ऊपर कैसे हमला कर दिया। उसका कहना है की उस समय पुलिस वाले मामले में कुछ कार्रवाई कर देते तो या घटना नहीं घटती।