महिला डीएफओ और रेंजर में ठनी…. रेंजर का आरोप…. बकरा, चिकन, मटन और राशन मंगवाया… पैसे मांगने पर देती है धमकी… जानिए डीएफओ ने क्या सफाई दी…
मुंगेली। मुंगेली वन मंडल में अपनी तरह का एक अलग ही मामला सामने आया है। यहां की डीएफओ और रेंजर में ठन गई है। दोनों एक दूसरे पर गंभीर आरोप लगा रहे हैं। रेंजर का कहना है कि महिला डीएफओ ने उससे बकरा, चिकन, मटन, अंडा, राशन, बच्चों का खिलौना, साग, सब्जी, सिलेंडर, राशन मंगवाया और पैसा मांगने पर रिटायरमेंट खराब करने की धमकी दे रही हैं। इस मामले की शिकायत वन मंत्री, कलेक्टर व पुलिस से करते हुए कार्यवाही की मांग की गई है। दूसरी ओर डीएफओ ने कहा कि भ्रष्टाचार के मामले में रेंजर के खिलाफ हो रही कार्यवाही के चलते वह दबाव बनाने के लिए ऐसा कृत्य कर रहे हैं। डीएफओ ने रेंजर के खिलाफ चल रही जांच के मामले में भी विज्ञप्ति जारी कर विस्तार से जानकारी दी है।
पूरा मामला मुंगेली वन मंडल का है। यहां के डीएफओ के पद पर आईएफएस शमा फारूकी पदस्थ है। यहां मुंगेली रेंजर के पद पर फेकू राम लास्कर पदस्थ है। रेंजर फेकूराम लास्कर के अनुसार पिछले 5 महीने से डीएफओ शमा फारुकी उससे हर सप्ताह राशन सामग्री, गैस सिलेंडर, सब्जी-भाजी, फल, अंडा, मछली चिकन, बकरा, मीट, बिरयानी, मंगवाती हैं।
यह सब सामान रेंजर ने डीएफओ के द्वारा बाद में पैसा दूंगी बोलने पर लाकर डीएफओ के घर में दिया था। इसके अलावा उनके बच्चों के लिए खिलौने एवं उनके आवास के लिए पर्दा कालीन इत्यादि भी लगाना रेंजर ने अपनी शिकायत में बताया था। रेंजर की शिकायत के अनुसार उसने अब तक 90 हजार रुपये की बेगारी डीएफओ शमा फारूकी के लिए की है।
शमा फारुकी द्वारा मालिश करवाने की व्यवस्था करने के लिए कहने पर रेंजर ने एक महिला श्रमिक चंद्रकुमारी पात्रे को वनमंडलाधिकारी की मालिश करने के लिए भेजा था। जिसके पारिश्रमिक की रकम 12 हजार रुपये भी रेंजर ने भुगतान किया है। कुल मिलाकर रेंजर ने 1 लाख 2 हजार रुपये खर्च किया है, रेंजर ने कहा कि रकम मिलने के आश्वासन पर उसने रकम खर्च की थी। अब उसकी रिटायरमेंट की आयु भी नजदीक आ चुकी है।
वह 30 जून को रिटायर होने वाले हैं। उनकी आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं रहती और उन्हें लकवा मार चुका है। जिसके चलते अपने द्वारा खर्च की गई रकम को वापस मांगने पर डीएफओ गाली देती है और व्यय राशि को नहीं देती। बार बार राशि देने के लिए निवेदन करने पर उन्हें धमकाते हुए कहती है कि तुम कैसे रेंजर हो जो इतना नहीं कर सकते। डीएफओ ने आगे धमकाते हुए कहा कि तुम्हें रिटायरमेंट से पहले किसी न किसी प्रकरण में फंसा दूंगी। डीएफओ कहती है कि पीसीसीएफ को बोल कर तुम्हे सस्पेंड करवा दू क्या? क्या तुम मुझे जानते नही, मंत्री को बोलकर अभी सस्पेंड करवा दूंगी।
रेंजर की शिकायत के अनुसार डीएफओ ने अपने अधीनस्थों से मिलकर षड्यंत्र पूर्वक कुटरचित दस्तावेज तैयार करवाया है। रेंजर ने इसकी शिकायत वनमंत्री कलेक्टर के अलावा कोतवाली मुंगेली थाने में करते हुए अपने निजी राशि का गबन करने, धमकी देने, अपशब्द कहने, कूटरचित दस्तावेज बनाने पर कार्यवाही की मांग की है।
वही डीएफओ शमा फारुकी ने कहा है कि भ्रष्टाचार के मामले में जांच के चलते दबाव बनाने हेतु रेंजर इस तरह का आरोप लगा रहे हैं। डीएफओ शमा फारूकी के अनुसार एक ड़ेलीविजेस कर्मी का फर्जी अटेंडेंस लगाने के मामले में पीसीसीएफ से उन्हें मेरे जांच प्रतिवेदन के बाद शोकॉज नोटिस जारी हो चुका है। इसके अलावा लाखों रुपए के अनियमितताओं की दो गंभीर शिकायतें मिली थी जिस में भी जांच मेरे द्वारा शुरू करवाई गई है।
मेरे द्वारा खुद भी गंभीर गड़बड़ियों के चलते रेंजर के फेंकूराम लास्कर को नोटिस जारी की गई थी। जिसके चलते उन्होंने दबाव बनाने व अपने खिलाफ चल रही जांच को रुकवाने हेतु ऐसी झूठी शिकायतें की है।