CHHATTISGARH VIDHANSABHA ELECTION: भाजपा प्रत्याशियों की संभावित सूची में एक भी नाम नहीं होने से सिंधी समाज नाराज… आज प्रदेश स्तरीय बैठक में लेंगे कड़ा निर्णय….
बिलासपुर विधानसभा सीट से डॉ. ललित माखीजा ने दावेदारी पेश की है। डॉ. माखीजा समाजसेवा के साथ ही समय-समय पर जनहित के कार्य करते रहते हैं। उनकी पारिवारिक पृष्ठभूमि जनसंघ से जुड़ी हुई है।
बिलासपुर। छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव का शोर शुरू हो गया है। सभी पार्टियों ने प्रत्याशी चयन की प्रक्रिया पूरी कर ली है। भाजपा ने पहले ही 21 विधानसभा सीटों के प्रत्याशी तय कर दिए हैं।
हाल ही में बची हुई सीटों की भाजपा की संभावित नाम की सूची सोशल मीडिया पर वायरल हुई है, जिसमें सिंधी समाज का एक भी नाम नहीं है। इसे लेकर सिंधी समाज ने कड़ी नाराजगी जाहिर की है। सिंधी समाज ने इसे समाज अवहेलना कार दी है। बुधवार को रायपुर में प्रदेश स्तरीय बैठक आयोजित कर कड़े निर्णय लिए जाने के संकेत मिले हैं।
सोशल मीडिया में भाजपा प्रत्याशियों की संभावित सूची जारी होने के बाद सिंधी समाज में हलचल मच गई है। दरअसल, प्रदेश में सिंधी समाज के मतदाताओं की संख्या 10 लाख के करीब है, लेकिन सूची में एक भी सिंधी समाज के व्यक्ति का नाम नहीं है।
इस पर आपत्ति जताते हुए छत्तीसगढ़ सिंधी पंचायत ने भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रभारी ओम माथुर को एक चिट्ठी लिखी है, जिसमें कहा गया है कि 2 अक्टूबर को छत्तीसगढ़ के प्रत्याशियों की संभावित सूची में सिंधी समाज से एक भी नाम नहीं होने से समाज दुखी है। प्रदेश में निवासरत 95% सिंधी समाज के लोग भारतीय जनता पार्टी से जुड़े हुए हैं। ऐसे में एक भी टिकट न देना समाज की अवहेलना है।
सिंधी समाज को लगता है कि भारतीय जनता पार्टी ने उनका तिरस्कार कर दिया है। प्रदेश में सिंधी समाज के मतदाताओं की संख्या 10 लाख से अधिक है और समाज 20% विधानसभा सीटों को प्रभावित करता है। हमारे सभी दावेदार पार्टी के कर्मठ कार्यकर्ता रहे हैं। इसके बाद भी पार्टी ने एक भी टिकट नहीं दिया। इससे समाज व्यतीत है।
छत्तीसगढ़ के सिंधी समाज के लोग सरल एवं सीधे हैं। भारतीय जनता पार्टी के अलावा कभी भी उन्होंने किसी और का समर्थन नहीं किया है। ऐसे में भारतीय जनता पार्टी का नेतृत्व सिंधी समाज को कैसे नकार सकता है, यह अभी तक उन्हें समझ में नहीं आ रहा है। इस मामले को लेकर बुधवार को रायपुर में प्रदेशभर के समाज के प्रतिनिधियों की बैठक बुलाई गई है।
बैठक में निर्णय लिया जाएगा कि अगर भाजपा ने समाज के एक भी व्यक्ति को टिकट नहीं दिया तो आगे क्या किया जाएगा। छत्तीसगढ़ सिंधी पंचायत के संयोजक गोविंद वाधवानी ने ओम माथुर से कहा है कि हम पार्टी के समर्पित लोग हैं। इसलिए चाहते हैं कि पार्टी एक बार पुन विचार करें और समाज को सम्मान दें।
बता दें कि बिलासपुर विधानसभा सीट से डॉ. ललित माखीजा ने दावेदारी पेश की है। डॉ. माखीजा समाजसेवा के साथ ही समय-समय पर जनहित के कार्य करते रहते हैं। उनकी पारिवारिक पृष्ठभूमि जनसंघ से जुड़ी हुई है।