बिलासपुर लोकसभा: ‘महालक्ष्मी’ बनने के लिए हर महिला आतुर… आवेदन की भारी डिमांड… महतारी वंदन योजना की चमक अब पड़ने लगी है फीकी… कह रही हैं माताएं- कांग्रेस के वायदे पर है भरोसा… क्योंकि… इधर बोले कांगेस प्रत्याशी देवेंद्र यादव…
2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 2500 रुपए प्रति क्विंटल की दर से धा खरीदने और कर्जमाफी का जो वायदा किया था, उसे पहली कैबिनेट में पास कर दिया है। इसलिए उन्हें जरा भी संदेह नहीं है कि इस बार कांग्रेस उनके साथ छल करेगी।
बिलासपुर Bilaspur News। लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की ओर से घोषणा पत्र में लाई गई महालक्ष्मी न्याय योजना को उम्मीद से ज्यादा रिस्पांस मिल रहा है। हर गरीब महिलाएं इस बार ‘महालक्ष्मी’ बनने के लिए आतुर हैं। योजना के आवेदन की डिमांड इतनी है कि कांग्रेस के कार्यकर्ता पूर्ति नहीं कर पा रहे हैं। गांव से लेकर शहर में योजना को लेकर महिलाओं की उत्सुकता बता रही है कि महतारी वंदन योजना की चमक महालक्ष्मी न्याय योजना सामने फीकी साबित हो रही है। माताएं कह रही हैं कि पहली बार उनके बारे में किसी पार्टी ने कुछ बेहतर सोचा है। नहीं तो अब तक राजनैतिक पार्टियां हर चुनाव के दौरान सिर्फ पुरुषों की सेवा करती रही हैं।
लोकसभा चुनाव के दो चरण के मतदान संपन्न हो चुके हैं। तीसरे चरण की वोटिंग 7 मई को होगी। इस चरण में बिलासपुर लोकसभा के भावी सांसद की किस्मत का बटन मतदाता दबाएंगे। अब मतदान को महज 6 दिन ही बचे हैं। अलबत्ता, भाजपा-कांग्रेस से लेकर अन्य पार्टियों के उम्मीदवार, नेता समर्थक और निर्दलीय प्रत्याशी चुनावी बुखार से तप रहे हैं। धीरे-धीरे उनकी यह तपन 7 मई तक बढ़ती जाएगी।
रणनीतिकार मतदाताओं को रिझाने के लिए हर तरह के उपाय कर रहे हैं। भाजपा उम्मीदवार Tokhan Sahu तोखन साहू और पार्टी के नेता मतदाताओं को अपनी उपलब्धियां और कांग्रेस की नाकामियां गिनाने से नहीं थक रहे हैं। इधर, कांग्रेस प्रत्याशी Devendra Yadav देवेंद्र यादव व कांग्रेसी नेता भी 10 साल में मोदी सरकार के राज में देश में हुए भ्रष्टाचार और महंगाई को लेकर जनता के बीच जा रहे हैं।
इन सबके बीच भाजपा और कांग्रेस की ओर से की गई घोषणा का महिलाओं पर क्या असर है, यह जानने की कोशिश www.aajkal.info ने की। हमने बिलासपुर लोकसभा की 500 से अधिक महिलाओं से दोनों पार्टियों के घोषणा पत्र को लेकर रिएंडम बात की, तो यह तथ्य सामने आया कि बीते विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपा की महतारी वंदन योजना की जितनी चमक थी, वह अब कांग्रेस की महालक्ष्मी न्याय योजना के सामने फीकी पड़ने लगी है। महिलाएं स्वस्फूर्त होकर महालक्ष्मी योजना का फार्म भर रही हैं।
साथ ही पड़ोसियों को भी ये आवेदन भरने के लिए प्रेरित कर रही हैं। 500 से अधिक महिलाओं से की गई बातचीत में यह तथ्य निकल सामने आया है कि महिलाओं को कांग्रेस के घोषणा पत्र पर पूरा भरोसा है। उनका कहना है कि 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 2500 रुपए प्रति क्विंटल की दर से धा खरीदने और कर्जमाफी का जो वायदा किया था, उसे पहली कैबिनेट में पास कर दिया है। इसलिए उन्हें जरा भी संदेह नहीं है कि इस बार कांग्रेस उनके साथ छल करेगी।
परविन बोली- यही मौका है महिलाओं का
तालापारा क्षेत्र की परविन बेगम के परिवार में कुल जमा 10 लोग हैं। घर का पालन-पोषण अकेले पति की कमाई से होता है। पार्ट टाइम परविन सिलाई का काम करती हैं। उनका कहना है कि महंगाई इतनी बढ़ गई है कि एक आदमी की कमाई से पूरा परिवार नहीं पल सकता। इसलिए पारिवारिक जिम्मेदारी के बाद कुछ समय मिलने पर सिलाई का काम लेती हैं। इससे दो पैसे मिल जाते हैं, जो पारिवारिक खर्च में काम आता है। इस चुनाव में कांग्रेस ने महिलाओं को सालाना एक लाख रुपए देने का वायदा किया है। निसंदेह यह योजना महिलाओं के हित में है। अब यही समय है, महिलाओं को अपने विवेक से निर्णय लेने का।
पहले निभाया वादा, इसलिए है भरोसा
मटियारी निवासी कुंवर बाई बताती हैं कि उन्हें वृद्धा पेंशन मिलती है। घर में बेटा-बहू, नाती-नातिन मिलाकर 8 लोग हैं। बेटा मजदूरी करता है। गरीबी रेखा के अंतर्गत चावल मिल जाता है, पर आय इतनी नहीं है कि दो पैसे बचा सके। उनकी पेंशन की राशि भी घर खर्च में चली जाती है। महतारी वंदन योजना के तहत सिर्फ बहू को राशि मिल रही है, जबकि फार्म उन्होंने भी भरा था, क्यों नहीं मिला, यह पूछने पर कोई नहीं बताता।
गांव में आधा एकड़ जमीन है। जिस पर खेती करने के लिए पहले हमने कर्ज लिया था, जब राज्य में कांग्रेस की सत्ता आई, तब उनका कर्ज माफ कर दिया गया। इस चुनाव में सालाना एक लाख रुपए देने का वायदा किया गया है, इसलिए मैं और मेरी बहू दोनों ने आवेदन भरा है। पड़ोस की महिलाओं को भी आवेदन भरने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। कांग्रेस के वायदे पर भरोसा करने के सवाल पर उन्होंने कहा कि पहले भी वादा निभाया गया है। इसलिए भरोसा तो करना पड़ेगा।
कई महिलाओं को नहीं मिला है आवेदन
मस्तूरी क्षेत्र की वेदपरसदा पंचायत की गायत्री बाई ने बताया कि कुछ दिनों से कुछ लोग महिलाओं के घरों में जाकर एक फार्म भरा रहे थे। पूछताछ करने पर बताया गया कि यह वह फार्म है, जिसे भरने के बाद यदि कांग्रेस की सरकार आते ही सालाना एक लाख रुपए महिलाओं को मिलेगा। इसकी जानकारी मिलते ही महिलाएं फार्म भरने के लिए टूट पड़ीं। उसी दिन फार्म खत्म हो गए। कार्यकर्ताओं ने भरोसा दिलाया है कि एक-दो दिन में फिर फार्म आ जाएगा।
बोले देवेंद्र- जब मोदी अपने मित्रों का करोड़ों रुपए माफ कर सकते हैं तो कांग्रेस क्यों नहीं दे सकती एक लाख
इस मामले में जब हमने कांग्रेस प्रत्याशी देवेंद्र यादव से सवाल किया कि सेंट्रल में सरकार आने पर महिलाओं को एक लाख रुपए कहां दिए जाएंगे, इसका दो टूक जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि जब पीएम नरेंद्र मोदी अपने मित्र का 16 हजार करोड़ रुपए माफ कर सकते हैं तो कांग्रेस गरीब महिला को सालाना एक लाख कैसे नहीं दे सकती है। छत्तीसगढ़ सरकार में कांग्रेस की सत्ता आने पर सभी वायदे पूरे किए गए हैं। कांग्रेस जो कहती है, वह करती है। बीजेपी की तरह अच्छे दिन का सपना दिखाकर भरोसा नहीं तोड़ती। अब भाजपा नेताओं के पास आरोप लगाने के अलावा कुछ और नहीं बचा है।