छत्तीसगढ़; कांग्रेस की बैठक में पूर्व विधायकों के खिलाफ जिलाध्यक्षों का गुस्सा… दीपक बैज से कहा- न काम करने देते, न कार्यक्रमों में बुलाते…

रायपुर: छत्तीसगढ़ कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन में बुधवार को निकाय और पंचायत चुनाव की तैयारियों को लेकर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज की अध्यक्षता में एक अहम बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में कांग्रेस के जिला और शहर अध्यक्षों ने पार्टी के मौजूदा और पूर्व विधायकों के खिलाफ जमकर नाराजगी जाहिर की। विशेष रूप से पूर्व विधायक अमितेश शुक्ला के कार्यों को लेकर असंतोष व्यक्त किया गया, जिससे संगठन के भीतर असमंजस की स्थिति उत्पन्न हो गई है।

बैठक में गरियाबंद जिला अध्यक्ष भाव सिंह साहू ने दीपक बैज से शिकायत की कि पूर्व विधायक अमितेश शुक्ला संगठन के कामकाज में लगातार हस्तक्षेप करते हैं। उन्होंने आरोप लगाया, “अमितेश शुक्ला हमें काम करने का मौका नहीं देते और खुद बिना सूचना के कार्यक्रम आयोजित करते हैं, जिसमें जिला अध्यक्ष को नहीं बुलाया जाता।” साहू की यह शिकायत केवल पूर्व विधायकों तक सीमित नहीं रही, मौजूदा विधायकों के खिलाफ भी कुछ जिलाध्यक्षों ने इसी तरह के आरोप लगाए।

इस पर प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा, “अनुशासन सभी के लिए होना चाहिए, चाहे वे संगठन के पदाधिकारी हों या विधायक।” बैज ने पार्टी के भीतर अनुशासन को बनाए रखने के लिए कड़ा संदेश दिया और यह भी स्पष्ट किया कि संगठन में किसी भी प्रकार के हस्तक्षेप को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

बैठक में निकाय और पंचायत चुनाव की रणनीति पर भी विस्तार से चर्चा की गई। बैज ने प्रदेश के सभी जिला और शहर अध्यक्षों को चुनाव की तैयारी में पूरी तरह से जुटने की हिदायत दी और उन्हें टास्क सौंपे। इस दौरान धान खरीदी में अव्यवस्था और इसके खिलाफ होने वाले आंदोलन की रणनीति पर भी विचार विमर्श हुआ। साथ ही, कांग्रेस के संविधान रक्षक कार्यक्रम और पिछले माह के कार्यक्रमों की भी समीक्षा की गई।

बैठक में यह भी तय किया गया कि निकाय चुनाव की तैयारियों के तहत सभी निकायों में पर्यवेक्षकों की नियुक्ति की जाएगी। नगर पंचायत और पालिकाओं में जिलों से पर्यवेक्षकों की नियुक्ति की जाएगी और निगमों के लिए प्रदेश स्तर पर जल्द ही प्रभारियों की नियुक्ति की जाएगी। इसके अलावा, बूथ, सेक्टर, जोन और ब्लॉक स्तर पर खाली पदों पर भी नियुक्तियाँ शीघ्र की जाएंगी।