बिलासपुर: भोजन सामग्री निर्धारित से कम मात्रा मे तौल… कलेक्टर ने पकड़ी गड़बड़ी… दो प्रधानपाठक सस्पेंड… बीईओ को कारण बताओ नोटिस…
बिलासपुर। कलेक्टर शिखा राजपूत तिवारी ने शनिवार को मरवाही विकासखंड के ग्राम उषाढ़ में प्राथमिक और माध्यमिक शालाओं के लिए मध्यान्ह भोजन सूखी सामग्री के वितरण का घर घर जाकर निरीक्षण किया। उन्होंने मध्यान्ह भोजन सामग्री तोल में कम पाए जाने पर गहरी नाराजगी प्रकट करते हुऐ दो प्रधान पाठकों को निलंबित और विकासखंड शिक्षा अधिकारी को कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
कलेक्टर ने प्रभारी प्रधान पाठक शासकीय कन्या माध्यमिक शाला उषाढ लखन लाल एवं प्रभारी प्रधान पाठक बालक माध्यमिक शाला उषाढ सुशील चंद्र राय को निलम्बित करने के साथ ही मरवाही विकास खंड शिक्षा अधिकारी राम सिंह परस्ते को कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
उल्लेखनीय है कि शासन द्वारा प्राथमिक तथा माध्यमिक शालाओं के विद्यार्थियों हेतु मध्यान्ह भोजन की सूखी सामग्री का वितरण घर घर पहुंचाकर दिये जाने के निर्देश दिए गए हैं।
इन निर्देशों का उद्देश्य लॉकडाउन की अवधि में सोशल डिस्टेंसिंग का पूर्णतः पालन कराना है। नोवेल कोरोना वायरस (कोविड-19) के संक्रमण की रोकथाम के उद्देश्य से राज्य शासन ने सभी स्कूल लॉक-डाउन की स्थिति में 14 अप्रैल 2020 तक बंद कर दिए हैं।अवकाश अवधि में स्कूली बच्चों को मध्यान्ह भोजन दिए जाने का निर्णय लिया गया है। यह मध्यान्ह भोजन मार्च एवं अप्रैल 2020 के लिए 40 दिन का सूखा दाल और चावल बच्चों के पालकों को प्रदाय किया जा रहा है। प्राथमिक शाला के प्रत्येक बच्चे को 4 किलोग्राम चावल और 800 ग्राम दाल तथा माध्यमिक शाला के प्रत्येक बच्चे को 6 किलोग्राम चावल और 1200 ग्राम दाल प्रदाय किया जा रहा है।
कलेक्टर ने मध्यान्ह भोजन सामग्री के वितरण का स्वयं जायजा लिया तथा निरीक्षण के दौरान इस महत्वपूर्ण और संवेदनशील कार्य मे सही तोल न कर कम मात्रा में मध्यान्ह भोजन सामग्री दिए जाने पर सम्बन्धितों के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही की है। उन्होंने कहा कि मध्यान्ह भोजन वितरण जैसे शासन की महत्वपूर्ण प्राथमिकता के कार्य मे किसी भी प्रकार की लापरवाही या उदासीनता नही बर्दाश्त की जाएगी तथा लापरवाही पाए जाने पर संबंधित अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जाएगी।
कलेक्टर ने इस बात का विशेष ध्यान रखने के निर्देश दिए है कि लॉकडाउन तथा सोशल डिस्टेंसिंग के सभी नियमों का पूर्णतः पालन हो तथा सभी विद्यार्थियों के पालकों को निर्धारित अवधि की मध्यान्ह भोजन की सूखी सामग्री प्राप्त हो जाए। इस अवसर पर अन्य अधिकारीगण तथा ग्रामीण उपस्थित थे।