बिलासपुर: फाइनेंस कंपनियों को एएसपी की दो टूक- वसूली के लिए भ्ोजने से पहले कर्मियों का कराएं वेरीफिकेशन…
बिलासपुर। एएसपी शहर राजेंद्र जायसवाल ने गोल्ड लोन देने वाली कंपनियों के डायरेक्टर और मैनेजरों को दो टूक शब्दों में कहा है कि सोना जमा करने से पहले उसका सत्यापन कराया जाए। यही नहीं, उन कर्मचारियों का भी पुलिस वेरीफिकेशन कराया जाए, जिन्हें वसूली के लिए भ्ोजा जाता है। सोमवार को अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर जायसवाल एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक उदयन बेहार ने शहर के फाइनेंस कंपनियों की बैठक ली। बैठक का मुख्य एजेंडा फाईनेंस किये गये वाहनों की सीजिग प्रक्रिया थी। कंपनियों के प्रबंधकों को उचित प्रक्रिया के तहत ही सिजिग की कार्यवाही करने की हिदायत दी गई है। किसी फाईनेंस कपंनी द्बारा उचित प्रक्रिया के तहत सिजिग कार्यवाही नहीं करने पर प्रबंधकों के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही की जाएगी। साथ ही निर्देश दिया गया कि फाईनेंस में वाहन आदि लिये व्यक्ति को नोटिस देने ऐसे व्यक्ति को ना भेजें जो दुर्व्यवहार करें। ऐसे लोग व्यक्ति को डराते-धमकाते हैं जो कि गलत है। ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। गोल्ड लोन देने वाली फाइनेंस कंपनियों को लोन देने के पूर्व लिए जा रहे सोने को वेरिफाई करने एवं संदेह होने पर पुलिस को सूचना देने के निर्देश दिए गए हैं।
फाइनेंस कंपनियों के कर्मचारियो का हो सत्यापन
फाइनेंस कंपनियों में जो कर्मचारी कार्य करते हैं, उनका चरित्र सत्यापन नहीं हुआ है तो उनकी जानकारी थाने में देने को कहा गया है। ताकि उनका चरित्र सत्यापन किया जा सके।
मैनेजरों से भी मांगा गया सुझाव
फाइनेंस कंपनियों के डायरेक्टर/ मैनेजरों से भी सुझाव मांगा गया। मीटिग में बताए गए नियमों और कानूनों का पालन करने के लिए सभी कंपनियों के प्रबंधकों ने अपनी सहमति व्यक्त की है।