बिलासपुर: ड्रीमलैंड स्कूल की मान्यता का नवीनीकरण से डीईओ का इनकार… 2200 से अधिक स्टूडेंट्स के भविष्य खतरे में… दो साल से बिना मान्यता के चल रहा है स्कूल…
ड्रीमलैंड मिडिल स्कूल की मान्यता का नवीनीकरण 2022 में हो जाना था, लेकिन ड्रीमलैंड स्कूल प्रबंधन ने दो साल बाद विलंब से 23 मार्च 2024 को नवीनीकरण के आवेदन प्रस्तुत किया, जब दस्तावेजों की जांच की गई तो कई खामियां पाई गई।
बिलासपुर। सरकंडा स्थित ड्रीमलैंड मिडिल और हायर सेकेंडरी स्कूल में पढ़ रहे 2200 से अधिक स्टूडेंट्स के भविष्य पर संकट के बादल गहरा गए हैं। इन्हें स्कूल की ओर से दो साल से जारी किए रहे रहे सर्टिफिकेट की वैधानिकता पर सवाल खड़े हो गए हैं। दरअसल, यह स्कूल 24 जुलाई 2022 से बिना मान्यता के चल रहा है। इस बीच यहां एडमिशन और परीक्षा का दौर चलता रहा और अभिभावकों से मोटी फीस ली गई। दो साल से विवादों और सुर्खियों में रहे ड्रीमलैंड स्कूल प्रबंधन ने दो साल विलंब से मान्यता की नवीनीकरण के लिए आवेदन किया। डीईओ कार्यालय द्वारा गिनाई गई आपत्तियों को दूर नहीं करने पर अब डीईओ ने स्कूल की विभागीय मान्यता का नवीनीकरण करने से साफ इनकार कर दिया है।
मान्यता का नवीनीकरण नहीं करने का आधार
ड्रीमलैंड मिडिल स्कूल की मान्यता का नवीनीकरण 2022 में हो जाना था, लेकिन ड्रीमलैंड स्कूल प्रबंधन ने दो साल बाद विलंब से 23 मार्च 2024 को नवीनीकरण के आवेदन प्रस्तुत किया, जब दस्तावेजों की जांच की गई तो कई खामियां पाई गई। डीईओ द्वारा स्कूल प्रबंधन को 12 बिंदुओं में इन कमियों को पूरा करने का निर्देश दिया गया था। बावजूद इसके, स्कूल प्रबंधन द्वारा इन बिंदुओं पर कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए। इसके कारण, डीईओ ने अब यह स्पष्ट कर दिया कि विद्यालय का मान्यता नवीनीकरण नहीं किया जा सकता। डीईओ के आदेश में यह भी कहा गया है कि भवन के नियमितीकरण की प्रक्रिया वर्तमान में न्यायालय में लंबित है, जिसके कारण स्कूल की मान्यता नवीनीकरण संभव नहीं है।
बच्चों के भविष्य पर खतरा
विभागीय मान्यता के अभाव में सत्र 2022 के बाद स्टूडेंट्स को जारी मार्कशीट की वैधानिकता पर सवाल खड़े हो गए हैं। इसके अलावा, स्कूल की मान्यता नवीनीकरण न होने से 2200 से अधिक बच्चों का भविष्य संकट में पड़ गया है। विद्यार्थियों को यह नहीं पता कि उनका भविष्य क्या होगा, क्योंकि यदि स्कूल को मान्यता नहीं मिलती, तो यह विद्यालय बंद हो सकता है, और उन्हें दूसरे स्कूलों में स्थानांतरित होना पड़ेगा। अभिभावकों के लिए यह एक गंभीर चिंता का विषय बन चुका है, क्योंकि वे पहले से ही स्कूल की फीस दे रहे हैं और अब उन्हें यह अनिश्चितता झेलनी पड़ रही है।
अभिभावकों से फीस वसूली, लेकिन जानकारी छिपाई
ड्रीमलैंड मिडिल स्कूल ने 2022 से बिना मान्यता के चलने के बावजूद अभिभावकों से फीस वसूली। हालांकि, स्कूल प्रबंधन ने अभिभावकों से यह जानकारी छिपाई कि विद्यालय की मान्यता नवीनीकरण की प्रक्रिया में गंभीर समस्या आ रही है, और वे इसकी पूरी जानकारी नहीं दे रहे थे।
दस्तावेज में 12 कमियां पाई गईं
डीईओ द्वारा स्कूल प्रबंधन को 2022 में 12 बिंदुओं में दस्तावेजों की कमी सुधारने के लिए निर्देशित किया गया था। इन कमियों में कुछ कानूनी और प्रशासनिक दस्तावेज भी शामिल थे, जिन्हें समय रहते पूरा नहीं किया गया। इसके परिणामस्वरूप स्कूल की मान्यता नवीनीकरण नहीं हो पाई है।
बच्चों के लिए क्या होगा अगला कदम?
स्कूल की मान्यता नवीनीकरण न होने से बच्चों के भविष्य पर संकट आ गया है। यदि यह मामला जल्द हल नहीं होता, तो विद्यार्थियों को दूसरे स्कूलों में स्थानांतरित किया जा सकता है। इसके लिए अभिभावकों को परेशान होना पड़ सकता है, और बच्चों की पढ़ाई में भी विघ्न उत्पन्न हो सकता है।