छत्तीसगढ़: यूथ कांग्रेस चुनाव को लेकर मचा घमासान… मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव भी लगा रहे जोर… जानिए किसका पलड़ा है भारी…
Chhattisgarh: There is a ruckus over the Youth Congress elections... Chief Minister Bhupesh Baghel and Health Minister Singhdev are also pushing hard... Know who has the upper hand...
बिलासपुर। यूथ कांग्रेस के चुनाव को लेकर प्रदेश के साथ जिले में जमकर घमासान मचा हुआ है। अब वोटिंग कराने के लिए महज 4 दिन का समय बचा है। ऐसे में चुनाव लड़ाने वाले दिग्गजों और प्रत्याशियों की धड़कनें तेज हो गई हैं। आखिरी समय में वो एड़ी-चोटी एक करने में लग गए हैं। जिले में सभी पदों के लिए सीधा मुकाबला संगठन यानी कि मुख्यमंत्री और टीएस खेमा के बीच है।
युवा कांग्रेस चुनाव के लिए 12 मई से वोटिंग शुरू हुई है। शुरुआत में वोटिंग और कैंपेनिंग की रफ्तार काफी धीमी थी। उस समय माना जा रहा था कि इस चुनाव में यूथ की राजनीति से जुड़े नेताओं की प्रतिष्ठा ही दांव पर है, लेकिन धीरे-धीरे यूथ कांग्रेस चुनाव की राजनीति ऐसी गरमाई कि पर्दे से पीछे खेल कर रहे बड़े नेताओं को सामने आना पड़ गया।
दरअसल, दिग्गजों के सामने नहीं आने के कारण ज्यादा समर्थक इस चुनाव पर ज्यादा दिलचस्पी नहीं दिखा रहे थे। इससे ऐसा लग रहा था कि यह चुनाव एक औपचारिक साबित होगा, पर दिग्गजों को यह पता था कि उनका प्रत्याशी भी चुनाव लड़ रहा है। ऐसे में वह चुनाव हार जाता है तो प्रदेश में उनकी फजीहत हो जाएगी।
अलबत्ता, न चाहते हुए भी उन्होंने अपने प्रत्याशियों के पत्ते खोल दिए। प्रदेश हो या फिर जिले की बात करें तो हर जगह दिग्गजों ने शतरंज की बिसात बिछा दी है और मोहरों के अपने हिसाब से चल रहे हैं। इससे चुनाव ज्यादा रोचक हो गया है। हालात यह है कि अब गली-चौराहों पर भी यूथ कांग्रेस चुनाव की चर्चा होने लगी है। अब वोटिंग समाप्त होने की घड़ी भी नजदीक आ गई है। जैसे-जैसे एक दिन गुजर रहा है, चुनाव लड़ाने और लड़ने वालों की भी नींदें उड़ गई हैं।
मितानिनों को काम पर लगाने का आरोप
यूथ कांग्रेस के चुनाव के बहाने ही सही, पर गुटबाजी एक बार फिर से सतह पर आ गई है। एक पक्ष का आरोप है कि अपने प्रत्याशियों को जिताने के लिए मितानिनों को काम पर लगा दिया गया है, जो हर गांव में यूथ से संपर्क कर संबंधित खेमे के प्रत्याशी को वोट देने की अपील कर रही हैं।