प्रायोगिक अंक लीक कांड: जांच अधिकारी ने तुमान के प्राचार्य पी पटेल को लगाई जमकर फटकार… सात घंटे तक दर्ज किया बयान… शिक्षकों ने कहा- प्राचार्य ने वाट्सएप ग्रुप में वायरल किया था नंबर… पेश किए ये सबूत…
बिलासपुर। शिक्षा संभाग बिलासपुर कार्यालय के उप संचालक और जांच अधिकारी ने प्रायोगिक परीक्षा के अंक लीक करने के मामले को लेकर शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला तुमान के प्राचार्य पुरुषोत्तम पटेल को जमकर फटकार लगाई। जांच के दौरान प्राचार्य अपना बचाव करते रहे, लेकिन वे यह नहीं बता पाए कि अग्रगमन सेंटर में अध्ययनरत् छात्रों को दिए गए प्रैक्टिकल अंक की सूची उन्हें कहां से मिली। शिक्षकों ने अपने बयान में यह बात स्वीकार की कि स्कूल के चार छात्रों को जो नंबर दिए गए हैं, उसकी सूची प्राचार्य ने स्टॉफ के वाट्सग्रुप में शेयर की थी।
कोरबा के करतला ब्लॉक स्थित शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला तुमान इन दिनों सुर्खियों में है। यहां के प्राचार्य पुरुषोत्त्म पटेल के खिलाफ मिली दो शिकायतों की जांच शिक्षा संभाग बिलासपुर के उप संचालक और जांच अधिकारी आरएन हीराधर कर रहे हैं। जांच अधिकारी के नोटिस पर सोमवार को प्राचार्य पटेल और कुछ शिक्षक बयान दर्ज कराने बिलासपुर स्थित कार्यालय पहुंचे थे। जांच अधिकारी हीराधर के नेतृत्व में टीम ने प्राचार्य और शिक्षकों का बयान दर्ज किया।
शिक्षा विभाग से जुड़े सूत्र बताते हैं कि जांच टीम ने प्राचार्य और शिक्षकों का सात घंटे तक बयान दर्ज किया। इस दौरान जांच अधिकारी हीराधर ने प्राचार्य को जमकर फटकार लगाई। उनसे पूछा गया कि आखिर किस आधार पर प्रैक्टिकल परीक्षा में अनुपस्थित चार छात्रों को अंक दिए गए हैं। जवाब में उन्होंने एक सूची सौंप दी, जिसमें अग्रगमन सेंटर में अध्ययनरत् करीब 63 छात्रों को दिए गए नंबर दर्ज हैं। सूची में किसी भी अधिकारी का हस्ताक्षर नहीं है। जांच अधिकारी ने प्राचार्य से पूछा कि वह सूची उन्हें कहां से मिली है। जवाब मिला- कोरबा के डीईओ कार्यालय से।
फिर सवाल किया गया कि यह सूची उन्हें किस अधिकारी-कर्मचारी ने दी। यह सुनकर प्राचार्य पटेल के होश उड़ गए। कुछ देर के लिए वे चुप हो गए। फिर जवाब दिया कि परीक्षा प्रभारी ने, लेकिन वे उनका नाम नहीं बता पाए। सूत्र बताते हैं कि प्राचार्य का गोलमोल जवाब सुनकर जांच अधिकारी को गुस्सा आ गया और कहा कि यह कोई छोटा मामला नहीं है। इस मामले में तो बड़ी कार्रवाई होगी।
शिक्षक बोले- प्राचार्य ने वाट्सएप में शेयर किया था नंबर
जांच टीम ने प्रैक्टिकल परीक्षा के प्रभारियों का भी बयान दर्ज किया। सूत्रों के अनुसार परीक्षा प्रभारियों ने जांच टीम को बताया कि स्कूल के चार छात्रों का चयन अग्रगमन कोचिंग सह अध्ययन केंद्र कोरबा में हुआ है, जहां चारों छात्र प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने के साथ ही 12वीं की पढ़ाई कर रहे थे। ये चारों छात्र स्कूल में आयोजित प्रैक्टिकल परीक्षा में शामिल नहीं हुए थे। प्राचार्य पटेल ने 23 जनवरी को स्कूल स्टॉफ के वाट्सएप ग्रुप में चार पेज की सूची वायरल की, जिसमें अग्रगमन सेंटर में पढ़ने वाले सभी छात्रों के प्रैक्टिकल अंकों का उल्लेख था। प्राचार्य के निर्देश पर उन्होंने छात्रों को प्रैक्टिकल अंक दिए हैं।
उत्तरपुस्तिका नहीं किया पेश
शिक्षा विभाग से जुड़े सूत्रों ने बताया कि जांच टीम ने प्राचार्य से उन चारों छात्रों की उत्तरपुस्तिकाएं मांगी, जो अग्रगमन सेंटर में अध्ययनरत् हैं, लेकिन प्राचार्य उत्तरपुस्तिकाएं पेश नहीं कर सके।
प्रायोगिक परीक्षा के अंकों की सूची सील
शिक्षा विभाग से जुड़े सूत्र बताते हैं कि प्राचार्य पटेल अपने साथ वह सूची भी लेकर आए थे, जिसके आधार पर स्कूल के चारों छात्रों को प्रैक्टिकल अंक दिए गए हैं। उन्होंने जांच टीम के समक्ष वह सूची पेश की, जिसमें अग्रगमन सेंटर में अध्ययनरत् छात्रों के नाम, स्कूल का नाम और प्रैक्टिकल अंक दर्ज हैं। इसमें किसी भी छात्र का रोलनंबर दर्ज नहीं है। जांच टीम ने यह सूची सील कर दी है।
शिक्षकों ने पेश की स्क्रीन शॉट
तुमान स्कूल के शिक्षकों ने अपने बयान के सबूत के तौर पर वाट्सग्रुप में प्राचार्य द्वारा भेजी गई सूची की स्क्रीन शॉट पेश की, जिसे जांच टीम ने अपने पास रख लिया है।
जानिए क्या है पूरा मामला
तुमान स्कूल के प्राचार्य पुरुषोत्त्म पटेल के खिलाफ शिक्षा संभाग बिलासपुर के संयुक्त संचालक, उप संचालक, शिक्षा सचिव, शिक्षा मंत्री, मुख्यमंत्री, कोरबा कलेक्टर, बिलासपुर कमिश्नर को दो शिकायतें मिली हैं। एक शिकायत में अबसेंट रहने वाले चार स्टूडेंट्स को प्रायोगिक परीक्षा के अंक देने का आरोप है तो दूसरी शिकायत में अग्रगमन सेंटर में अध्ययनरत् छात्रों को दिए गए प्रैक्टिकल अंकों को वाट्सएप ग्रुप में सार्वजनिक करने का आरोप है, जिसकी जांच चल रही है।