टीएस सिंहदेव ने साय सरकार की तारीफ की… भूपेश बघेल ने किया पलटवार… कहा- महाराज साहब हैं…बोलते रहते हैं…

टीएस सिंहदेव ने साय सरकार की तारीफ की, भूपेश बघेल ने किया पलटवार

छत्तीसगढ़ के पूर्व डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव ने हाल ही में साय सरकार की तारीफ करते हुए प्रदेश सरकार द्वारा अंबेडकर अस्पताल में 700 बेड की नई बिल्डिंग के निर्माण का टेंडर जारी करने को सराहा था। इस फैसले को लेकर सियासी बयानबाजी का दौर शुरू हो गया है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सिंहदेव के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि “वह महाराज साहब हैं, बोलते रहते हैं।”

टीएस सिंहदेव की तारीफ और कांग्रेस-बीजेपी के बीच बयानबाजी

टीएस सिंहदेव ने अपने एक पोस्ट में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय को धन्यवाद देते हुए अस्पताल के नए भवन के निर्माण का टेंडर जारी करने का स्वागत किया। सिंहदेव ने यह भी कहा कि उन्हें दुख है कि इस काम को उनके शासनकाल में नहीं पूरा किया जा सका। सिंहदेव ने 2023 में स्वास्थ्य मंत्री रहते हुए इस परियोजना का भूमिपूजन किया था, लेकिन अब जब सरकार ने टेंडर जारी किया, तो उन्होंने इसे एक सकारात्मक कदम बताया।

इसके बाद, कांग्रेस ने अगले ही दिन टीएस सिंहदेव के बयान पर पलटवार करते हुए प्रदेश के सबसे बड़े सरकारी अंबेडकर अस्पताल को ‘बीमारू’ बताया। कांग्रेस के ऑफिशियल X अकाउंट (पूर्व में ट्विटर) ने पोस्ट करते हुए अस्पताल की खराब स्थिति की ओर इशारा किया और दावा किया कि अस्पताल में सर्दी-जुकाम की दवा तक नहीं उपलब्ध है। एक कार्टून पोस्ट कर अस्पताल की खराब स्थिति का चित्रण किया गया, जिससे सियासी माहौल और भी गरमा गया।

दीपक बैज ने बीजेपी को कन्फ्यूज बताया

पार्टी के भीतर उठ रहे इस विवाद पर पीसीसी चीफ दीपक बैज ने टीएस सिंहदेव के बयान का बचाव किया। उन्होंने बीजेपी को कन्फ्यूज करार देते हुए कहा कि अस्पताल की नई बिल्डिंग की नींव कांग्रेस सरकार ने ही रखी थी। बैज ने कहा कि “हमने ही DPR (Detailed Project Report) तैयार किया था, नक्शा तैयार किया था और भूमि पूजन भी किया था। इसके बाद बीजेपी ने सिर्फ टेंडर निकाला, बाकी सब कुछ हमारी सरकार की कार्ययोजना का हिस्सा था।”

भूपेश बघेल ने बीजेपी के रिपोर्ट कार्ड पर किया हमला

पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने 13 दिसंबर को बीजेपी द्वारा पेश किए जाने वाले एक साल के रिपोर्ट कार्ड को लेकर हमला बोला। बघेल ने कहा कि बीजेपी का रिपोर्ट कार्ड दो ही चीजों के इर्द-गिर्द घूमेगा। पहला, धान खरीदी पर 3100 रुपये की कीमत, जिसके बारे में किसानों को बहुत सी समस्याएं हो रही हैं और दूसरी महतारी वंदन योजना, जिसमें कई महिलाओं को लाभ नहीं मिल पा रहा है। बघेल ने आरोप लगाया कि नवविवाहित महिलाएं इस योजना से जुड़ने में असमर्थ हैं, क्योंकि उनके खातों में राशि नहीं पहुंच रही है।

सियासी बयानबाजी और जनता के मुद्दे

टीएस सिंहदेव के बयान से शुरू हुई यह सियासी बयानबाजी अब एक नए मोड़ पर पहुंच चुकी है, जहां कांग्रेस और बीजेपी दोनों अपनी-अपनी तरफ से सरकार और योजनाओं की सफलता- असफलता पर सवाल उठा रहे हैं। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने महतारी वंदन योजना और धान खरीदी को लेकर बीजेपी सरकार की अव्यवस्थाओं का पर्दाफाश किया है। वहीं, दीपक बैज ने कांग्रेस सरकार के योगदान को प्रमुखता से सामने रखा है, जो सरकार की योजनाओं और विकास कार्यों की निरंतर निगरानी करती रही है।

यह विवाद अब केवल बयानबाजी तक सीमित नहीं रह गया है, बल्कि यह जनता के मुद्दों और सरकारी योजनाओं की वास्तविकता को लेकर गंभीर चर्चा का रूप ले चुका है। जनता अब इन मुद्दों पर अपनी राय बना रही है कि क्या सरकार ने वास्तव में उनके हित में काम किया है या फिर यह केवल राजनीतिक रोटियां सेंकने का एक साधन है।