शाबास बिलासपुर पुलिस… जिन लुटेरे और डकैतों को कई राज्यों की पुलिस पकड़ नहीं पाई, उन्हें हमारी पुलिस ने धर दबोचा… पर पकड़ने के लिए पापड़ इतने बेलने पड़े कि कई जिलों में करना पड़ा कैंप… जनगणना कर्मी भी बने फिर वह टैटू दिखते ही तलाश हो गई खत्म…
पुलिस को किसी तरह का सुराग न मिले, इसलिए कोई मोबाइल भी नहीं रखता था। 5०० से अधिक सीसी कैमरे की फुटेज खंगाली गई तो एक टैटू वाला व्यक्ति दिखा। यहीं से पुलिस ने भी फिल्मी स्टाइल में आरोपियों को पकड़ने की योजना बनाई। तीन राज्यों में कैंप किया और टैटू वाले व्यक्ति की तलाश में पुलिस जनगणना कर्मी भी बन गई।
बिलासपुर। पुलिस ने छत्तीसगढ़ समेत अन्य राज्यों में सराफा व्यापारियों से लूटपाट और ज्वेलरी दुकान में चोरी करने वाले मध्यप्रदेश के सिंगरौली के अंतरराज्यीय गिरोह के 7 सदस्यों को गिरफ्तार किया है। गिरोह के सदस्य फिल्मी स्टाइल में चोरी और लूटपाट की वारदात को अंजाम देते थ्ो। लुटेरों और चोरों को खरीदार अपनी कार से लाते थ्ो और वारदात के बाद कार से उनके घर छोड़ आते थ्ो।
पुलिस को किसी तरह का सुराग न मिले, इसलिए कोई मोबाइल भी नहीं रखता था। 5०० से अधिक सीसी कैमरे की फुटेज खंगाली गई तो एक टैटू वाला व्यक्ति दिखा। यहीं से पुलिस ने भी फिल्मी स्टाइल में आरोपियों को पकड़ने की योजना बनाई। तीन राज्यों में कैंप किया और टैटू वाले व्यक्ति की तलाश में पुलिस जनगणना कर्मी भी बन गई।
योजना सफल हुई और पुलिस ने गिरोह के 7 सदस्यों को धरदबोचा। गिरोह में दो दर्जन से अधिक आरोपी हैं, जिनकी तलाश की जा रही है। गिरोह से 52 लाख के जेवर बरामद किए गए हैं। शुक्रवार को आईजी कार्यालय में प्रेस कान्फ्रेंस के दौरान आईजी डॉ. संजीव शुक्ला और एसपी रजनेश सिंह ने इस मामले का खुलासा किया। उन्होंने बताया कि 15-16 जुलाई की दरम्यिानी रात 4-5 आरोपियों ने सीपत स्थित दामोदर ज्वेलर्स के शटर का ताला तोडकर सोने चांदी के जेवर और नगदी समेत कुल 24 लाख 5० हजार रुपए पर हाथ साफ किया।
मामले में तत्काल कार्रवाई करते हुए संयुक्त टीम गठित कर पतासाजी अभियान चलाया गया। शहर के करीब 5०० से अधिक सीसीटीवी फुटेज को खंगाला गया। कई दिनों की मशक्कत के बाद हर फुटेज में एक नकाबपोश के हाथ में टैटू यानी कि गोदना पाया गया।
एक टैटू ने खोला भेद
आईजी डॉ. शुक्ला व एसपी सिंह ने बताया कि प्रदेश के अन्य जिलों के साथ सभी रेलवे स्टेशन के कैमरे की फुटेज खंगाली गई। रायपुर स्टेशन में फुटेज जांच के दौरान एक बार फिर टैटू वाला व्यक्ति दिखाई दिया। उसका चेहरा भी सामने आया। इसके बाद पुलिस टीम ने अन्य स्रोत से जानकारी एकत्र करने के बाद पुलिस टीम को आरोपियों की गिरफ्तारी और सामान बरामदगी के लिए सिगरौली मध्यप्रदेश रवाना किया।
पुलिस ने 3 राज्यों में लगाया कैंप
आईजी और एसपी ने बताया कि सिगरौली पहुंचने के बाद पुलिस टीम ने सात दिनों तक सिगरौली, बैढन, सरई, बरगवां, लामादीह, बांधा, उज्जैनी, देवरी में कैंप किया। इसके अलावा टीम ने उत्तरप्रदेश के मिर्जापुर, बनारस, जौनपुर जिलों में भी कैम्प किया। पुख्ता जानकारी के बाद पहचाने गए अपराधियों लालमन उर्फ बड़का, रामधीन बसोर, सियाराम बसोर, लालजी उर्फ किनका बसोर को हिरासत में लिया गया।
चोरी का सामान व्यापारियों को भेजा
पूछताछ के दौरान आरोपियों ने बताया कि बिलासपुर में घटना को अंजाम देने से पहले रेलवे स्टेशन में रुककर गिरोह के साथ घटनास्थल का रेकी की। इसके बाद अपने परिचित मनीष सोनी उर्फ सोनू और अमित सिह को बुलाया गया। चारपहिया वाहन से बिलासपुर आने के बाद चोरी को अंजाम देकर सिगरौली लौट गए। चोरी से मिले सोने-चांदी के जेवरात को आपस में बांटा गया। कुछ जेवरातों को मनीष सोनी और राजेंद्र गुप्ता उर्फ गुड्डा बनिया को बेच दिया।
आभूषण गलाकर बनाई सिल्ली
एसपी और आईजी ने बताया कि आरोपियों से जानकारी के बाद मनीष सोनी को पकड़कर पूछताछ की गई। मनीष ने अमित सिह के साथ वाहन से आकर चोरी को अंजाम देने से लेकर आभूषणों को खरीदने का जुर्म कबूल किया। मनीष ने बताया कि चोरी के सभी आभूषणों को गलाकर चांदी की सिल्ली में बदल दिया जाता था। पुलिस ने चांदी की सिल्लियों और वाहन को कब्जे में लिया है। राजेंद्र गुप्ता उर्फ गुड्डा बनिया के कब्जे से भी आभूषण बरामद किए गए हैं। पकड़े गए सभी सातों आरोपियों को गिरफ्तार कर तीन दिन की न्यायिक रिमांड पर लिया गया है। आरोपियों ने बताया कि न केवल छत्तीसगढ़, बल्कि मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश समेत कई राज्यों के कई जिलों में चोरी की घटनाओं को अंजाम दिया गया है।
डकैती की वारदात को अंजाम देना स्वीकारा
आईजी और एसपी ने बताया कि अभी पूछताछ की कार्रवाई प्रारंभिक स्तर पर है। आरोपियों ने चोरी के दौरान हिसा को भी अंजाम देना कबूल किया है। हथियार बंद आरोपियों ने डकैती की घटना को भी अंजाम देना बताया है। आरोपियों ने बताया कि घटना देने के पहले शहर से दूर किसी निर्जन स्थान पर कैंप लगाते थे। इसके चलते पुलिस से बचने में आसानी होती थी। इसके बाद सुनियोजित तरीके से वारदात को अंजाम देने के बाद शहर छोड़कर अपने ठिकाने के लिए रवाना हो जाते थ्ो।
वारदात के लिए कार का उपयोग
आईजी के अनुसार पकड़े गए आरोपियों ने बताया कि सभी घटनाओं में चोरी का सामान खरीदने वाले साथी कार से लाते थे। इसके बाद कार से ही घर के लिए फरार हो जाते थ्ो। इस दौरान किसी के भी पास मोबाइल नहीं होता था। इससे पुलिस से बचने में आसानी होती है।
बाल -बाल बचा तपकरा का व्यापारी
आईजी के अनुसार गिरफ्तार करने के दौरान सिगरैली में जानकारी मिली कि पकड़े गए सभी आरोपी जल्द ही तपकरा स्थित एक बड़े सराफा व्यापारी दुकान मे धावा बोलने वाले हैं। इसके पहले ही सभी आरोपियों को धर दबोचा गया । आरोपियों ने जशपुर स्थित सराफा दुकान का नाम भी बताया है। इस तरह समय पर आरोपियों की गिरफ्तारी के कारण तपकरा सराफा व्यापारी बाल बाल बच गया है।
गिरफ्तार आरोपी और उनके खिलाफ दर्ज. मामले
1) लालमन उर्फ बडका निवासी बरहवाटोला थाना बरगवा जिला सिगरौली मध्यप्रदेश में 11 अपराध दर्ज।
2) रामधीन बसोर निवासी बाघाडीह हथकौडापारा पीपरडाढ थाना बरगवा जिला सिगरौली 17 अपराध दर्ज।
3) सियाराम बसोर निवासी लामीदह सरई थाना सरई जिला सिगरौली ..मध्यप्रदेश में कुल 15 अपराध दर्ज।
4) लालजी उर्फ किनका बसोर निवासी लामीदह सरई थाना सरई जिला सिगरौली३.मध्यप्रदेश में 8 अपराध दर्ज।
5) राजेन्द्र गुप्ता उर्फ गुड्डा बनिया निवासी गजरा बहरा थाना सरई जिला सिगरौली सोना चांदी का खरीदार।
6) मनीष सोनी उर्फ सुशांत उर्फ सोनू निवासी मेन रोड गनयारी वैढन थाना कोतवाली जिला सिगरौली, खरीदार।
7) अमित सिह निवासी गनयारी थाना कोतवाली वैढन जिला सिगरौली, सोना चांदी खरीदार का सहयोगी।
आरोपियों से ये माल बरामद
1. 33 किलोग्राम चांदी के जेवर, गलाई गई चांदी की सिल्ली
2. 125 ग्राम सोने के जेवर
3. 4 लाख रूपए नगदी रकम
4. एक होण्डा सीटी कार
5. एक पल्सर मोटरसाइकिल
6. 6 मोबाइल