सीपीसीबी 4 + डीजल जेनसेट बिलासपुर में लॉन्च… देखिए वीडियो… कंपनी ने क्या गुण बताए…
बिलासपुर। महिंद्रा पावरोल अधिकृत जीओईएम शारदा डीजल प्राइवेट लिमिटेड ने छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में अपना सीपीसीबी 4 + डीजल जेनसेट लॉन्च किया। उत्पाद आज प्रदर्शन के लिए उपलब्ध है।
यूनिक पावर सर्विस के डायरेक्टर राकेश रंजन ने बुधवार की एक निजी होटल में प्रेसवार्ता लेकर बताया कि CPCB 4 + जेनसेट का निर्माण 10kVA से 320kVA तक रांची, झारखंड में शारदा डीजल के प्लांट में किया जाता है।
इन इंजनों को चेन्नई में महिंद्रा रिसर्च वैली में इसके अनुसंधान एवं विकास केंद्र में डिजाइन किया गया है एव पुणे और नागपुर में इसके संयंत्र में निर्मित किया गया है। CPCB 4 + (10VA-320kVA) की यह नई रेंज महिंद्रा पावरोल का नवीनतम संयोजन है जो पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय द्वारा घोषित नवीनतम उत्सर्जन मानदंडों के अनुरूप है। ये जेनसेट तकनीकी रूप से उन्नत सीआरडीआई इंजन से सुसज्जित हैं।
सीआरडीआई इंजन बेहतर और उन्नत कॉमन रेल डीजल इंजन (सीआरडीई) तकनीक से संचालित होते हैं। सीआरडीई तकनीक भविष्य के लिए तैयार है और भारी शुल्क प्रदर्शन और ईंधन दक्षता के लिए जानी जाती है। यह मानक उत्सर्जन मानदंडों से परे जाकर प्रदूषण को काफी कम करता है।
CPCB 4 + मानदंडों का लक्ष्य नाइट्रोजन ऑक्साइड (NOx), पार्टिकुलेट मैटर (PM), और हाइड्रोकार्बन (HC) जैसे प्रदूषकों के उत्सर्जन को 90% तक कम करना है। यह पर्यावरण के अनुकूल और स्वच्छ है, स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है, उन्नत प्रौद्योगिकी है, ईंधन कुशल है और ग्राहकों के लिए लागत बचत है।
आज का लॉन्च सीपीसीबी 4 + डीजल जनरेटर में प्रवेश का प्रतीक है। उपभोक्ताओं को उन्नत और सुलभ तकनीकों की पेशकश करना महिंद्रा का निरंतर प्रयास है, नवीनतम तकनीक के साथ 10kVA-320kVA डीजी की बिल्कुल नई रेंज इस दर्शन की गवाही देती है। यह भविष्य के लिए तैयार तकनीक कम परिचालन लागत पर कम उत्सर्जन और उच्च प्रदर्शन प्रदान करने के लिए तैयार है, जिससे ग्राहक केंद्रितता में मानक बढ़ जाएगा।
महिंद्रा पावरोल डीजी सेट भारत में सबसे व्यापक सेवा नेटवर्क द्वारा समर्थित हैं। ग्राहक को तत्काल सहायता प्रदान करने के लिए नेटवर्क बहुत अच्छी तरह से सुसज्जित है। विशेषज्ञों की टीम ग्राहक को कम से कम समय में मदद करने के लिए सबसे इष्टतम और उपयुक्त समाधान चुनने में मदद कर सकती है।