3500 करोड़ का घोटाला… 57 मुकदमे… अब तक 13 आरोपी गिरफ्तार… 25 आरोपियों की और होनी है गिरफ्तारी… सीबीआई जांच की हुई थी सिफारिश… जानिए क्या पूरा मामला…

बाइक बोट के नाम पर करीब 3500 करोड़ के घोटाले में 57 मुकदमे दर्ज हुए और अब तक 13 आरोपियों की ही गिरफ्तारी हो पाई। इनमें 13वें आरोपी के रूप में सुनील प्रजापति की गिरफ्तारी ईओडब्ल्यू ने छह महीने में पहली बार की, जबकि घोटालेबाज कंपनी गर्वित इनोवेटिव प्रमोटर्स लिमिटेड के संचालक/ निदेशक संजय भाटी समेत 12 आरोपियों की गिरफ्तारी नोएडा पुलिस ने की थी।

ईओडब्ल्यू मेरठ सेक्टर के एएसपी राम सुरेश यादव ने बताया कि बाइक बोट कंपनी द्वारा किए गए घोटाले के सबसे पहले 57 मुकदमें नोएडा के अलग-अलग थानों में दर्ज हुए थे। इन मुकदमों की पूर्व में जांच नोएडा पुलिस द्वारा ही की गई। जिसके बाद शासन ने 14 फरवरी 2020 को सभी 57 मुकदमों की विवेचना ईओडब्ल्यू मेरठ सेक्टर को सौंप दी थी। जांच में सामने आया है कि गर्वित इनोवेटिव प्रमोटर्स लिमिटेड के संचालक/ निदेशक संजय भाटी और 19 आरोपियों द्वारा उक्त कंपनी रजिस्टर्ड कराकर बाइक बोट स्कीम में अलग-अलग जिलों व राज्यों में फ्रेंचाइजी बनाकर लोगों से करीब 3500 करोड़ की ठगी की गई। इस घोटाले में जो लोग अभी तक आरोपी हैं और पुलिस पकड़ से दूर हैं, वह सभी विवेचना को प्रभावित करने के लिए बाधा उत्पन्न कर रहे हैं।

हुई थी सीबीआई जांच की सिफारिश

यह मामला ईओडब्ल्यू के सुपुर्द करने के समय सीबीआई जांच कराने की सिफारिश भी की गई थी। हालांकि सीबीआई जांच अब तक शुरू नहीं हुई है। जबकि ईओडब्ल्यू के मेरठ सेक्टर के पांच इंस्पेक्टर इन मामलों की विवेचना कर रहे हैं। ईओडब्ल्यू इस मामले में अब तक सवा दो सौ से अधिक बाइक बोट मोटर साइकिल बरामद कर चुकी है।

25 आरोपी होने हैं गिरफ्तार

इस मामले में केस डायरी में 38 आरोपियों के नाम हैं और अभी 25 आरोपियों की गिरफ्तारी होनी है। फरार आरोपियों में संजय की पत्नी दीप्ती बहल, निजी सहायिका रीता चौधरी, एमडी करनपाल, निदेशक ललित कुमार और बीएन तिवारी आदि हैं। सुनील से पहले गिरफ्तार 12 आरोपी नोएडा की लुकसर जेल में बंद हैं।