प्रतियोगी परीक्षा के लिए सिर्फ पढ़ाई पर ध्यान दें: छाया… सोशल मीडिया की जगह शैक्षिक वेबसाइट कारगर: अनिल…

बिलासपुर। विद्या परिषद् एवं प्रजापिता ब्रह्माकुमारी के संयुक्त तत्वावधान में दिनांक शनिवार को शांति सरोवर उसलापुर में विद्यार्थियों, पालकों तथा अंचल के युवाओं के लिए “युवा नेतृत्व विकास प्रशिक्षण सह कार्यशाला का प्रथम चरण सपन्न हुआ।

 

कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में सहायक संचालक कृषि अनिल कौशिक, ब्रह्म कुमारी छाया दीदी व कार्यक्रम की अध्यक्षता विद्या परिषद के संयोजक गौरीशंकर कौशिक उपस्थित थे।
ब्रह्म कुमारी छाया दीदी ने युवाओं में बढ़ती तनाव को कैसे प्रबंधित किया जाए। कोई प्रतियोगी परीक्षा या किसी विषय को लेकर तनाव लेने की जगह निसंदेह अपनी पढ़ाई पर ध्यान दें।
परीक्षा परिणाम के समय छात्रों और पालक कैसे तनाव मुक्त रह सकते है इस पर जानकारी प्रदान की गई।
विशिष्ट अतिथि अनिल कौशिक ने युवाओं तथा छात्रों के शैक्षिक विकास में समाज की भूमिका के बारे में बताया। वर्तमान समय में सोशल मीडिया के स्थान पर विभिन्न शैक्षिक वेबसाईट के बारे में उन्होंने बताया।
प्रशिक्षक आशीष कौशिक ने युवाओं में संप्रेषण कौशल को निखारने, लीडरशिप गुण विकसित करने के संबंध में प्रशिक्षण दिया।

विद्या परिषद के संयोजक गौरीशंकर कौशिक ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में समाज के युवाओं तथा छात्रों को रचनात्मक कार्य करने, इस अंचल के छात्रों के शिक्षा तथा कैरियर विकास करने, 21वी सदी के ज्ञान तथा कौशल विकास प्रशिक्षण करने के संबंध में विद्या परिषद् की कार्योजना के बारे में बताया।

ज्ञात हो कि विद्या परिषद् द्वारा समाज के 50 मेधावी छात्रों को 14 मई को रायपुर के विभिन्न शोध संस्थानो, विज्ञान केंद्र में निःशुल्क शैक्षिक भ्रमण में ले जाया जाएगा। चयनित छात्रों को सम्मानित करते हुए उन्हे भ्रमण सम्बन्धी जानकारी प्रदान की गई।
कार्यक्रम में सुशील कौशिक , मनोज कौशिक, सूर्यकांत कौशिक, विनोद कौशिक, राजेंद्र सिंगरौल, सुनील गहवाई, पुरुषोत्तम कौशिक, महेंद्र कौशिक, राकेश कौशिक, सातानंद कौशिक सहित बड़ी संख्या में युवा तथा छात्रों ने प्रशिक्षण प्राप्त किया।

कार्यक्रम प्रभारी यतींद्र कौशिक ने कार्यक्रम की रूपरेखा के बारे में बताया तथा सफल संचालन किया, आभार प्रदर्शन श्रवण कौशिक ने किया। विद्या परिषद् के संयोजक गौरीशंकर कौशिक ने प्रजापिता ब्रह्मकुमारी उसलापुर के सहयोग से प्रशिक्षण का द्वितीय चरण शीघ्र प्रारंभ होने की जानकारी दी।