अनुरागी धाम: आध्यात्म, पर्यटन और खुशियों का संगम… बोले विधायक धरमलाल- यहां से मुझे बहुत कुछ मिला… विशाल भंडारे के साथ 9 दिवसीय अखंड नवधा रामायण का हुआ समापन…
Anurag Dham: A confluence of spirituality, tourism and happiness... MLA Dharamlal said- I got a lot from here... 9-day Akhand Navdha Ramayana concluded with a huge feast...
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बिलासपुर। बिलासपुर मुख्यालय से लगभग 40 किलोमीटर दूर रायपुर रोड में मुंगेली जिले के सरगांव के नजदीक ग्राम मोतिमपुर में पिछले 9 दिनों से जारी अखंड नवधा रामायण का समापन हो गया। धार्मिक आस्था का केंद्र बने इस स्थान में आसपास के दर्जनों गांव के लोग प्रतिदिन नवधा रामायण सुनने और भजन, आरती में शामिल होते रहे।
मंगलवार को यहां सुबह से लेकर शाम रात तक श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रही। आसपास के कई गांव के लोगों के साथ-साथ देशभर से आए हुए अनुयायियों की भीड़ ने इस स्थल को मेले के स्वरूप में तब्दील कर दिया। 7 जनवरी की सुबह 10:30 बजे आरती, 12:00 बजे सहस्त्रधारा, कन्या भोज के बाद दोपहर 1:00 से विशाल भंडारा का आयोजन किया गया है, जिसमें इस बार भी हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया। अनुरागी धाम समिति ने आए हुए सभी श्रद्धालुओं को पूरे स्नेह के साथ भोजन प्रसाद कराया और उनकी आस्था भक्ति को सम्मान दिया।
इस मौके पर बिल्हा क्षेत्र के विधायक धरमलाल कौशिक भी उपस्थित हुए। अलग-अलग राज्यों से यहां पधारे साधु संतों की मौजूदगी में उन्होंने श्रद्धालुओं को संबोधित किया।
इस दौरान उन्होंने कहा कि अनुरागी धाम जीवंत स्थल है जो लोगों की आस्था का बड़ा केंद्र बनता जा रहा है। जब से बाबा अनुरागी यहां समाधिस्त हुए हैं तब से वे यहां वो पूरी आस्था के साथ आ रहे हैं और बाबा अनुरागी के इस पवित्र स्थल में शीश नवाकर क्षेत्र प्रदेश और देश की खुशहाली की कामना करते हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें भी यहां से बहुत कुछ हासिल हुआ है। यही वजह है कि वह यहां लगातार आ ही रहे हैं।उन्होंने कहा कि कुछ ही वर्षों में यह स्थल आस्थावानो के लिए पहली पसंद बना हुआ है।
आध्यात्म,पर्यटन,पर्यावरण, नदियों का संगम, रंग बिरंगे फूलों की बगिया, गार्डन,ग्रामीण संस्कृति,मेला और न जाने यहां लोगों को क्या नहीं देखने को मिल रहा है।इस दौरान श्री कौशिक ने अनुरागी धाम सेवा समिति के पदाधिकारियों के साथ व्यवस्था संभाल रहे सहयोगियों, ग्रामीणों, नवधा गायन टोली का सम्मान किया।
इस मौके पर वृंदावन से पुरुषोत्तम महाराज,चित्रकूट धाम से राधेश्याम महाराज के अलावा अन्य धार्मिक स्थानों से आए साधु संत और कार्यक्रम में बड़ी संख्या में देश और विदेश के श्रद्धालु,श्री अनुरागी जी के अनुयाई यहां इकट्ठे होते हैं। इस बार भी मुंबई,पुणे,गुजरात,दिल्ली, बेंगलुरु,कोलकाता,मध्य प्रदेश से बाबा के भक्त आकर इस कार्यक्रम में शामिल हुए।