BIG BREAKING छत्तीसगढ़: 8 साल बाद खून की कीमत फिर बढ़ी… पहले निजी में 1450 और सरकारी ब्लड बैंक में 1050 रुपए मिलता था प्रति यूनिट… जानिए अब कितने रुपए में मिलेगा प्रति यूनिट खून…
प्लाजमा पहले की तरह सरकारी ब्लड बैंकों में 300 रुपए व प्राइवेट में 400 रुपए प्रति यूनिट कीमत पर मिलेगी। प्लेटनेट की प्रति यूनिट कीमत 300 व निजी में 400 रुपए ही रहेगी।
बिलासपुर। छत्तीसगढ़ में 8 साल बाद खून ( blood) की कीमत फिर बढ़ा दी गई है। नाको यानी कि नेशनल ब्लड टांसफ्यूजन ऑर्गेनाइजेशन की सिफारिश पर राज्य शासन ने शुक्रवार को मुहर लगा दी है। अब सरकारी ब्लड बैंक में 50 रुपए और निजी में 100 रुपए खून की अतिरिक्त कीमत देनी होगी।
शुक्रवार से ही नया रेट लागू कर दिया गया है। अब सरकारी ब्लड बैंक में होल ब्लड व पैकड रेड सेल अब 1050 की जगह पर 1100 रुपए में मिलेगा, जबकि निजी ब्लड बैंकों में इसकी कीमत 1450 से बढ़ाकर 1550 रुपए कर दी गई है। राहत की बात ये है कि नाको ने फ्रेश फ्रोजन प्लाजमा, प्लेटलेट की कीमत नहीं बढ़ाई है। प्लाजमा पहले की तरह सरकारी ब्लड बैंकों में 300 रुपए व प्राइवेट में 400 रुपए प्रति यूनिट कीमत पर मिलेगी। प्लेटनेट की प्रति यूनिट कीमत 300 व निजी में 400 रुपए ही रहेगी।
प्राइवेट ब्लड सेंटरों के साथ ही सिम्स अस्पताल में भी प्रति यूनिट खून की कीमत बढ़ाई जाएगी, लेकिन शुक्रवार तक सिम्स ने नई दरों का निर्धारण नहीं किया गया है। सिम्स अस्पताल में अभी गरीबी रेखा से नीचे आने वालों और स्मार्ट कार्ड वालों को खून रियायत दरों पर दी जा रही है।
अफसरों का कहना है कि अस्पताल में मरीजों के लिए किस दर पर ब्लड उपलब्ध कराया जाए, इसकी अभी समीक्षा की जाएगी। उसके बाद ही नई दर तय की जाएगी। प्रदेश के निजी ब्लड बैंकों अब नाको से फरमान जारी होते ही प्रति यूनिट ब्लड के दाम बढ़ाने की तैयारी में है।
डोनर से मिलता है ब्लड
सरकारी व निजी ब्लड बैंकों को स्वैच्छिक डोनर व शिविरों से ब्लड मिलता है। इसके अलावा कोई विकल्प नहीं है।
शासन से रेट बढ़ाने का पत्र आया है
सिम्स ब्लड बैंक प्रभारी डॉ. सुपर्णा गांगुली ने बताया कि आज ही शासन से रेट बढ़ाने संबंधी पत्र आया है। इसमें कहा गया है कि सरकारी ब्लड बैंक में प्रति यूनिट 50 रुपए और निजी में 100 रुपए की वृद्धि करनी है।
उनका कहना है कि फिलहाल सिम्स में ब्लड का रेट अभी नहीं बढ़ाया गया है। शासन के पत्र को मेडिकल कॉलेज काउंसिल की बैठक में रखा जाएगा। इस पर जो भी निर्णय लिया जाएगा, उस पर अमल किया जाएगा।