बिलासपुर: जिला पंचायत के सहायक प्रबंधक, मस्तूरी के पूर्व जनपद सीईओ समेत 6 अधिकारी-कर्मचारी निकले 420… पढ़िए क्या है पूरा मामला…
बिलासपुर। पचपेड़ी पुलिस ने 14वें वित्त आयोग की राशि के घोटाले के मामले में जिला पंचायत के सहायक प्रबंधक, मस्तूरी के पूर्व सीईओ समेत 6 लोगों के खिलाफ 420 का मामला दर्ज कर लिया है। हालांकि अब तक एक भी आरोपी पुलिस की पकड़ में नहीं आया है।
इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार मस्तूरी ब्लॉक की ग्राम पंचायत कोकड़ी के सचिव इतवारी राम खूंटे ने सालभर पहले जिला पंचायत में एक शिकायत की थी। उसने बताया था कि 14वें वित्त आयोग मद के बैंक खाता क्रमांक 915010041403710 एक्सीस बैक जयरामनगर से सात लाख उन्तीस हजार पांच सौ रुपए आहरण कर लिया गया है, जिसमें उनका किसी प्रकार का हस्ताक्षर नहीं है। जिला पंचायत के तत्कालीन सीईओ ने इस मामले की जांच का जिम्मा उपसंचालक पंचायत जेपी शुक्ला को दिया था। जांच में यह बात सामने आई कि 6 लोगों ने साजिश रचकर बैंक से फर्जी तरीके से आहरण किया है। ग्राम पंचायत हरदाडीह के सचिव रामनारायण सूर्यवंशी, मस्तूरी जनपद में पदस्थ सहायक ग्रेड 3 सुरेश कुमार कुम्भज के बयान से स्पष्ट हुआ कि 14वें वित्त आयोग कि राशि ग्राम पचायत कोकडी के खाते से मेसर्स गायत्री ट्रेडर्स चांपा को भुगतान करने में जिला पंचायत कार्यालय बिलासपुर में पदस्थ सहायक प्रबंधक आरजीएसए विजय जायसवाल, मस्तूरी के तत्कालीन सीईओ डीआर जोगी, तत्कालीन सरपंच ग्राम पचायत कोकडी डिलेश कुमार पटेल द्वारा आनलाइन भुगतान किया गया है। आनलाइन भुगतान के बाद कंप्यूटर से सबूत डिलिट कर पूर्व सरपंच को सहयोग किया गया। दोनों के बयान से यह साबित हो गया कि ग्राम पचायत कोकडी के 14 वें वित्त आयोग मद की 7 लाख 29 हजार 500 रुपए शासकीय राशि का भुगतान फर्जी तरीके से किया गया है। जिला पंचायत ने जांच रिपोर्ट मस्तूरी सीईओ कुमार सिंह लहरे को भेजते हुए घोटाले में शामिल आरोपियों के खिलाफ पचपेड़ी थाने में एफआईआर कराने का आदेश दिया। मस्तूरी सीईओ लहरे ने जनपद की कर्मचारी गायत्री गुप्ता को एफआईआर कराने के लिए अधिकृत किया, जिन्होंने 5 जनवरी को पचपेड़ी थाने में 6 आरोपियों के खिलाफ जांच रिपोर्ट सौंपी, जिसके आधार पर पुलिस ने धारा 420, 120बी व 34 के तहत अपराध दर्ज कर लिया है।
ये हैं आरोपी
- विजय जायसवाल सहायक प्रबंधक आरजीएसए वर्तमान पदस्थ जिला पंचायत बिलासपुर
- डीआर जोगी तत्कालिन मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत मस्तूरी
- डिलेश कुमार पटेल पूर्व सरपंच ग्राम पचायत कोकडी
- रामनारायण सूर्यवंशी सचिव ग्राम पंचायत हरदाडीह
- शाखा प्रभारी सुरेश कुमार कुम्भज सहायक ग्रेड -3 जनपद पंचायत मस्तूरी
- मेसर्स गायत्री ट्रेडर्स चांपा
जांच में पूर्व सीईओ ने नहीं किया सहयोग
उपसंचालक पंचायत शुक्ला ने जांच के दौरान बयान देने के लिए उस समय मस्तूरी सीईओ रहे डीआर जोगी को बुलाया था, लेकिन वे बयान देने नहीं पहुंचे।
ऐसे किया खेल
इस खेल में दूसरी पंचायत हरदाडीह के सचिव रामनारायण सूर्यवंशी के डोंगल का इस्तेमाल किया गया है। मस्तूरी सीईओ रहे जोगी ने हरदाडीह के सचिव सूर्यवंशी को बैंक से राशि निकालने के लिए अधिकृत कर दिया। इसके बाद तत्कालीन सरपंच डिलेश पटेल, मस्तूरी जनपद के सहायक ग्रेड 3 कुंभज डोंगल लेकर जिला पंचायत बिलासपुर पहुंचे। यहां उन्होंने सहायक प्रबंधक आरजीएसए विजय जायसवाल से मुलाकात की, जिन्होंने अपने कंप्यूटर से चांपा की फर्म को 7 लाख 29 हजार पांच सौ रुपए ऑनलाइन ट्रांसफर कर दिया। इसकी भनक किसी को न लगे, इसलिए कंप्यूटर से सारे दस्तावेज डिलिट कर दिए गए।