बिलासपुर: बौराई अरपा… शनिचरी रपटा डूबा… नदी किनारे रहने वालों को सामुदायिक भवन में ठहराया… सतर्कता बरतने कराई गई मुनादी…

बिलासपुर। पेण्ड्रा-अमरकंटक क्षेत्र में भारी बारिश के कारण अरपा भैंसाझार बैराज लबालब है। बुधवार सुबह से ही बैराज का 7 गेट खोलकर 2392.07 क्यूमेक जल छोड़ा जा रहा है। बिलासपुर शहर में अरपा नदी पाटोपाट बह रही है। मुख्य कार्यपालन यंत्री सिचाई विभाग कोटा द्वारा नदी के आस-पास रहने वाले लोगों को सतर्कता बरतने आदेश जारी कर दिया गया है। अरपा का पानी शनिचरी रपटा के ऊपर से बहने के कारण पुलिस ने बैरिकेट लगाकर दोनों ओर का रास्ता बंद कर दिया है। बैराज का जल स्तर 301.70 मीटर है। इसका पूर्ण जल भराव क्षमता स्तर 302 मीटर है। बैराज से छोड़े जा रहे वर्तमान जल बहाव का दर 2392.07 घन मीटर प्रति सेकेंड है। जिसके कारण अरपा नदी में पानी की धार तेज हो गई है।

अरपा का जलस्तर बढ़ने से शनिचरी बाजार रपटा डूब गया। इसका असर सरकंडा, चांटीडीह, राजकिशोर नगर, मोपका, सीपत, कोरबा, जांजगीर आने-जाने वाले हजारों लोगों पर पड़ा। लोगों को इंदिरा सेतू और पुराने पुल से आना-जाना पड़ रहा है। जिससे ये दोनों पुल के ऊपर जाम लग गया। दो मुहानी एनिकट के डूबने से बुंटापारा, बरहाखार 6 गांव का संपर्क शहर से टूट गया है। गुरुनानक पुल के ऊपर से भी पानी बह रहा है।

महापौर ने किया निरीक्षण 200 परिवारों को दिया राशन

महापौर रामशरण यादव को सूचना मिली कि माडवा बस्ती, कुदुदंड, चिगराजपारा और जबड़ापारा सहित अन्य क्षेत्रों में लोगों के घरों में नदी का पानी घुस गया है। निरीक्षण के बाद उनके निर्देश पर निगम अधिकारियों ने 200 से अधिक परिवारों के लिए भोजन की व्यवस्था की।

निगम ने राहत के लिए स्कूल और सामुदायिक भवन खोले

नगर निगम आयुक्त अजय कुमार त्रिपाठी ने बताया कि नगर निगम, जिला प्रशासन और नगर सेना के कर्मचारी नदी के आसपास तैनात है। जिनके घरों में पानी भर गया है वहां राहत कार्य चलाया जा रहा है। कुदुदण्ड के कई घरों में पानी घुसा तो वहां गली नंबर एक के पाईवेट स्कूल को खोलकर वहां लोगो को शिफ्ट किया गया। जबड़ापारा के चंद्रा समुदायिक भवन, चिंगराजपारा का स्कूल, जूना बिलासपुर में पुत्री शाला के साथ ही आस-पास के सामुदायिक भवनों को खोल दिया गया। इन जगहों पर बाढ़ पीड़ितों को रखा गया है।