बिलासपुर: सीएमडी कॉलेज के चेयरमैन संजय दुबे निगम की जमीन पर से नहीं छोड़ रहे हैं कब्जा… बीजेपी के दिग्गज पार्षद उठाएंगे सामान्य सभा में मुद्दा…
बिलासपुर। नगर निगम के नोटिस के बाद भी सीएमडी कॉलेज के चेयरमैन संजय दुबे निगम की करोड़ों रुपए की जमीन पर से कब्जा नहीं छोड़ रहे हैं। निगम की बेशकीमती जमीन पर कब्जा छुड़वाने के लिए बीजेपी के पार्षद यह मुद्दा सामान्य सभी में उठाएंगे। निगम प्रशासन से पूछा जाएगा कि आखिर किसके दबाव में आकर सीएमडी कॉलेज के चेयरमैन दुबे को निगम की जमीन से बेदखल नहीं किया जा रहा है।
सीएमडी कॉलेज के चेयरमैन दुबे द्वारा निगम की जमीन पर कब्जा कर कांपलेक्स बनाने के मामले ने अब तूल पकड़ लिया है। उन्हें निगम की जमीन से बेदखल करवाने के लिए बीजेपी के दिग्गज पार्षद सामने आ रहे हैं। बीजेपी के 7 दिग्गज पार्षदों ने www.aajkal.info से संपर्क किया और संजय दुबे द्वारा किए गए कब्जे की शिकायत और मौके के बारे में जानकारी ली।
उन्हें बताया गया कि जूना बिलासपुर में पटवारी हल्का नंबर 36 के अंतर्गत रकबा 0.3240 हेक्टेयर (81 डिसमिल) जमीन नगर पालिक निगम बिलासपुर के नाम पर दर्ज है, जिसमें से 54 डिसमिल जमीन पर बिलासपुर रोटरी क्लब के अध्यक्ष और सीएमडी कॉलेज के चेयरमैन संजय दुबे अवैध कांपलेक्स बनवा रहे हैं। एक समाजसेवी की शिकायत पर नगर निगम प्रशासन ने 27 मई को संजय दुबे को नोटिस जारी करते हुए तीन दिनों कब्जा हटाने का अल्टीमेटम दिया था, लेकिन वे आज तक कब्जा नहीं हटाए हैं।
निगम प्रशासन की ओर से उक्त जमीन का सीमांकन करने के लिए तहसीलदार को पत्र लिखा गया है, लेकिन तहसीलदार ने भी सीमांकन की तिथि तय नहीं की है। बीजेपी पार्षदों का कहना था कि जब से राज्य में कांग्रेस की सत्ता आई है, तब से सरकारी जमीन की बंदरबांट शुरू हो गई है। बिलासपुर निगम में कांग्रेस की सत्ता आते ही यह खेल शुरू हो गया हैं। उनका कहना था कि वर्षों से काबिज गरीबों की झोपड़ियां तोड़ने में निगम प्रशासन देर नहीं करता। विरोध करने पर गरीबों पर पुलिसिया कार्रवाई कराई जाती है, लेकिन रसूखदारों से कब्जा छुड़वाने में निगम प्रशासन रुचि नहीं लेता। इससे साफ जाहिर है कि लेनदेन का खेल चल रहा है।
बीजेपी नेताओं ने शिकायत की कापी ली और कहा कि वे निगम से नोटिस और सीमांकन आदेश की कापी निकलवाएंगे। इसके बाद जब भी निगम की सामान्य सभा होगी, वे सदन में सीएमडी कॉलेज के चेयरमैन दुबे के अलावा अन्य रसूखदारों का मामला उठाएंगे।