बिलासपुर: कलेक्टर सारांश मित्तर ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का लिया जायजा… प्रभावितों से पूछा- कोई समस्या तो नहीं है… पेयजल व निस्तार की व्यवस्था का जिम्मा सीएमओ को दिया… कहा- चिंता न करें… एक सप्ताह में मिल जाएगा नुकसान का मुआवजा… जानिए ईई को क्यों लगाई फटकार…
बिलासपुर। कलेक्टर डा. सारांश मित्तर ने गत रात्रि 9 बजे कोरोना निगेटिव रिपोर्ट मिलने के बाद शनिवार सुबह तखतपुर बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का संबंधित अधिकारियों के साथ सघन भम्रण किया। वे पिछले दिनों कोरोना संक्रमितों के संपर्क में आने के बाद होम आइसोलेशन में थे।
कलेक्टर ने तखतपुर बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का मौका मुआयना कर बाढ़ प्रभावितों से रूबरू चर्चा कर उनकी समस्याएं सुनीं और तत्काल निराकरण करने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया। साथ ही मैदानी अमलों को अलर्ट रहने सख्त हिदायत दी। कलेक्टर ने तखतपुर में बाढ़ प्रभावितों के लिए बनाये गये राहत शिविर मंगल भवन एवं विभिन्न वार्डों का सघन भ्रमण कर प्रभावितों से चर्चा की। राहत शिविर में ठहराए गये प्रभावितों द्वारा पेयजल एवं निस्तार की समस्याएं बताने पर कलेक्टर ने मुख्य नगर पालिका अधिकारी को तत्काल पानी की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
प्रभावितों के लिए चावल-दाल की व्यवस्था करने खाद्य निरीक्षक को निर्देशित किया। ताकि उन्हें खाने पीने की किसी प्रकार की दिक्कत न हो। कलेक्टर ने प्रभावितों से कहा कि आगामी दो तीन के अंदर मुआवजा का वितरण हो जायेगा। प्रभावितों को स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने के लिए मौके पर मौजूद मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा कि तत्काल चिकित्सा शिविर लगाकर स्वास्थ्य परीक्षण कराएं, ताकि उन्हें किसी प्रकार की मौसमी बीमारी न हो। तखतपुर में मनियारी नदी के क्षतिग्रस्त पुलिया का निरीक्षण करते हुए कलेक्टर ने राष्ट्रीय राजमार्ग के अधिकारियों को तत्काल मरम्मत कराने के लिए निर्देश दिए। ताकि लोगों को आवागमन में सुविधा हो। उन्होनें इस दौरे में अनुपस्थित राष्ट्रीय राजमार्ग के कार्यपालन अभियंता से मोबाइल पर चर्चा कर निर्देशित किया कि मौके पर खड़े होकर पुल की मरम्मत कार्य कराएं और प्रतिदिन की प्रगति रिपोर्ट एसडीएम के माध्यम से भिजवाएं। कलेक्टर ने तहसील कार्यालय में बाढ़ प्रभावितों को मुआवजा भी वितरण किया। तत्पश्चात वे ग्राम मोढ़े पहुंचे और यहां सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत खाद्यान्न वितरण, मकान एवं फसल क्षति का मौका मुआयना किया।
उन्होंने प्रभावितों से चर्चा करते हुए कहा कि एक सप्ताह के अंदर फसल एवं मकान क्षति का मुआवजा मिल जायेगा। कलेक्टर के भ्रमण के दौरान पुलिस अधीक्षक प्रशांत अग्रवाल एवं संबंधित अधिकारी मौजूद थे।