बिलासपुर: आरआई के तबादले में अपने और गैर का खेल… 3 साल की अवधि पूरी नहीं करने वाले 50 प्रतिशत RI पर गाज… आधा दर्जन से अधिक उन RI पर मेहरबानी… जो 7 साल बाद भी पुरानी जगह पर बरकरार…
राजस्व विभाग के सूत्रों के अनुसार ट्रांसफर किए गए 38 राजस्व निरीक्षकों में से करीब 50 फीसदी ऐसे कर्मचारी हैं, जो वहां पर केवल 6 माह से ही पदस्थ थ्ो, जबकि नियमानुसार किसी भी कर्मचारी और अधिकारी को 3 साल की कार्य अवधि के बाद ट्रांसफर करने का प्रावधान है।
बिलासपुर। राजस्व विभाग के 38 आरआई के तबादले की आड़ में विभागीय अफसरों पर लेनदेन के आरोप लग रहे हैं। सूत्र कह रहे हैं कि इस मामले में कलेक्टर अवनीश शरण को भी धोखे में रखा गया है। बताया जा रहा है कि सूची बनाने वाले ने अपने उन आधा दर्जन चहेतों के नाम को शामिल ही नहीं किया, जो सात आठ साल से एक ही जगह पर पदस्थ हैं। इनमें बिलासपुर तहसील अंतर्गत दो और नजूल विभाग के एक आरआई का नाम सामने आ रहा है। इस मामले में जब भू-अभिलेख प्रभारी वैभव क्षेत्रज्ञ से बात की गई, तो उनका साफ कहना था कि उन्हें नहीं पता, किस आधार पर आरआई का तबादला आदेश जारी किया गया है। इससे सूत्रों के उस दावे का बल मिल रहा है, जिसमें चहेते आरआई को बख्श देने का आरोप है।
जिले में कुल 65 आरआई हैं, जिसमें 38 राजस्व निरीक्षकों का तबादला आदेश 1 मार्च
कलेक्टर अवनीश शरण के हस्ताक्षर से जारी हुआ है। इन कर्मचारियों को निर्देश दिया गया कि वे नवीन पदस्थापना स्थान पर तत्काल कार्यभार ग्रहण करें।
निर्धारित समयावधि में कार्यभार ग्रहण नहीं करने पर संबंधित कर्मचारी के विरुद्ध नियमानुसार अनुशासनात्मक कार्रवाई करने का भय भी दिखाया गया है। अचानक मिले आदेश और अपने स्थानांतरण की जानकारी मिलते ही राजस्व विभाग में हड़कंप मच गया।
राजस्व विभाग के सूत्रों के अनुसार ट्रांसफर किए गए 38 राजस्व निरीक्षकों में से करीब 50 फीसदी ऐसे कर्मचारी हैं, जो वहां पर केवल 6 माह से ही पदस्थ थ्ो, जबकि नियमानुसार किसी भी कर्मचारी और अधिकारी को 3 साल की कार्य अवधि के बाद ट्रांसफर करने का प्रावधान है।
इसमें से ज्यादातर राजस्व निरीक्षक बलि का बकरा भी बन गए और कई को मलाईदार जगह पर भ्ोज दिया गया है। जानकारों का मानना है कि भू-अभिलेख शाखा में वर्तमान में ऐसे कई राजस्व निरीक्षक भी हैं, जो कई साल से एक ही कुर्सी में जमे हुए हैं। इन आरआई पर किसी तरह की गाज नहीं गिर रही है। अपने आपको वीआईपी का खास बताकर सालों से जमे हुए राजस्व निरीक्षक लाखों रुपए की कमाई कर रहे हैं।
मापदंड की जानकारी नहीं
भू-अभिलेख से जुड़े जानकारों का मानना है कि 6 माह पहले काम शुरू किए गए आरआई के ट्रांसफर का कोई मापदंड तय नहीं किया गया। एक ट्रांसफर लिस्ट जारी कर दी और उन्हें तत्काल ज्वाइन करने का आदेश दे दिया गया है। आदेश का पालन नहीं करने पर कार्रवाई का भय दिखाया जा रहा है।
दो को वर्कलोड, एक को मलाई
38 राजस्व निरीक्षकों की जारी ट्रांसफर लिस्ट में ऐसे दो आरआई तहसील सकरी रानिमं के महेन्द्र मिश्रा और तहसील बिल्हा रानिमं दगौरी के रमेश कुमार नायक हैं, जिन्हें वर्तमान स्थान से हटाकर राजस्व निरीक्षक वर्कलोड में भ्ोज दिया गया है। इसके अलावा एक आरआई गौरव गुलहरे बिलासपुर में वर्कलोड के पद पर कार्यरत थ्ो, उन्हें मलाईदार जगह तखतपुर के डायवर्सन विभाग में ट्रांसफर किया गया है।
मुझे जानकारी नहीं
भू-अभिलेख शाखा प्रभारी वैभव क्षेत्रज्ञ का कहना है कि राजस्व निरीक्षकों का ट्रांसफर किस बेस पर किया गया है, इसकी जानकारी नहीं है। सभी राजस्व निरीक्षकों की ट्रांसफर लिस्ट कलेक्टर की ओर से जारी की गई है।