बिलासपुर: जिले के अफसरों को कांग्रेस और राहुल गांधी से परहेज क्यों… झंडे उतारने के पीछे किसका हाथ… कांग्रेस प्रत्याशी देवेंद्र यादव की सादगी देखिए… गुस्सा करने के बजाय जोड़े हाथ… बोले क्या- देखिए वीडियो…

कांग्रेस प्रत्याशी देवेंद्र यादव ने न केवल हंगामा शांत कराया, बल्कि निगम, पुलिस और जिला प्रशासन के अफसरों से हाथ जोड़कर विनती की कि वे उनका झंडा न उतारें। चाहें वे उनके खिलाफ एफआईआर कर दें। उसके लिए वे तैयार हैं। अगर इसके बाद भी झंडे उतारे गए तो फिर वे उनका विरोध करेंगे।

बिलासपुर। लगता है नगर निगम प्रशासन को कांग्रेस और राहुल गांधी से कुछ ज्यादा ही परहेज है, तभी तो राहुल गांधी के स्वागत में सकरी में लगाए गए झंडे को उतरने दल बल के साथ अतिक्रमण दस्ता पहुंच गया। कुछ जगहों के झंडे भी उतार दिए गए। इसकी जानकारी मिलते ही बिलासपुर से लोकसभा प्रत्याशी देवेंद्र यादव पहुंचे।

अतिक्रमण दस्ते द्वारा कांग्रेस के झंडे उतारने के बाद भी कांग्रेस प्रत्याशी देवेंद्र यादव की सादगी देखिए। उन्होंने न केवल हंगामा शांत कराया, बल्कि निगम, पुलिस और जिला प्रशासन के अफसरों से हाथ जोड़कर विनती की कि वे उनका झंडा न उतारें। चाहें वे उनके खिलाफ एफआईआर कर दें। उसके लिए वे तैयार हैं। अगर इसके बाद भी झंडे उतारे गए तो फिर वे उनका विरोध करेंगे।

यहां यह बताना लाजिमी है कि लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण में 7 मई को बिलासपुर सीट के लिए भी वोटिंग होगी। लोकसभा चुनाव फतह करने के लिए भाजपा और कांग्रेस के प्रत्याशियों से लेकर आला नेता एड़ी चोटी एक कर रहे हैं। दोनों ही पार्टियों की तरफ से स्टार प्रचारकों को बुलाया जा रहा है।

स्टार प्रचारक जिले के विभिन्न स्थानों में आमसभा लेकर अपनी अपनी पार्टी के पक्ष में माहौल बनाने के लिए तेज धूप में नान स्टॉप भाषण देते हुए पसीना बहा रहे हैं। अब तक दोनों ही पार्टियों की ओर से एक दर्जन से अधिक सभाएं की जा चुकी हैं, लेकिन अब तक किसी भी सभा के झंडे बैनर जब्त करने का मामला सामने नहीं आया है।

यह पहली दफा है, जब कांग्रेस नेता राहुल गांधी के आगमन से कुछ घंटे पहले नगर निगम के अफसर कांग्रेस के झंडे जब्त करने निकल पड़े। जबकि कांग्रेस की ओर से झंडे बैनर लगाने और सभा की अनुमति पहले ही ले ली गई है।

अब सवाल उठ रहा है कि आखिर नगर निगम प्रशासन किसके इशारे पर कांग्रेस की सभा पर अप्रत्यक्ष तौर पर वार कर रहा है। इस बारे में हमने राजनीति और कूटनीति के जानकारों से बात की तो उन्होंने दो टूक शब्दों में कहा कि ये राजनीति है, इस जंग में हर चीज जायज है। विरोधी दूसरे का मनोबल तोड़ने के लिए साम दाम दण्ड और भेद सारी चीजें आजमाते रहते हैं। अभी तो चुनाव को 9 दिन और शेष है, देखते जाइए ये लोग अभी और क्या क्या गुल खिलाएंगे।