बिलासपुर: 502 में केवल 61 ने फायर ऑडिट की सूचना दी… 441 ने नहीं माना फरमान…

बिलासपुर। जिला प्रशासन ने स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिया था कि 7 दिन में जिले के अस्पताल, नर्सिंग होम, पैथोलैब और सोनोग्राफी सहित अन्य सेंटरों का फायर ऑडिट कराकर उनकी जानकारी दे ऐसे में सीएमएचओ डॉ. प्रमोद महाजन ने जिले के 502 नर्सिंग होम और सेंटरों को जिला अग्निशामन विभाग के जरिए फायर ऑडिट कराकर जानकारी देने के निर्देश दिए इसके बाद भी निजी अस्पतालों की मनमानी जारी नहीं तो 10 दिन का और समय दिया गया लेकिन अब भी 502 में से केवल 61 अस्पतालों ने ही स्वास्थ्य विभाग को सूचित किया कि वो फायर ऑडिट करा चुके है। बाकी के 441 अस्पताल अभी तक फायर ऑडिट नहीं करा पाए है। ऐसे में यहां कभी भी कोई भी घटना घट सकती है। जिससे मरीजों की जान को भी जोखिम हो सकता है। असमय आगजनी जैसे मामले से बचाने के लिए अस्पतालों, क्लीनिक व जांच सेंटर को खुद से अपना फायर आडिट कराना है। इसकी रिपोर्ट स्वास्थ्य विभाग को सौंपनी है। लेकिन निर्देश दिए 17 दिन बीत गए है। पर अस्पताल ने रिपोर्ट प्रस्तुत नहीं किया है। कोरोना महामारी के दौरान भी देश के कई बड़े अस्पतालों में आग लगी थी। इसी तरह बीच-बीच में अस्पतालों में आग लगने की बात सामने आती है। इसमें यह बात भी सामने आई है कि मापदंड के अनुरूप फायर सेफ्टी फीचर नहीं होने से इसके गंभीर परिणाम सामने आए हैं। वही केंद्र सरकार ने इसे गंभीरता से लिया है। साथ ही सभी जिले के स्वास्थ्य विभाग को निर्देशित किया है कि वे सभी अस्पतालों के फायर आडिट की रिपोर्ट मांगें। स्वास्थ्य विभाग से मिले आंकड़ों के अनुसार अब तक विभाग के अधिकारी 15 अस्पताल का निरीक्षण करने पहंुच चुके है। इसमें 12 में फायर सेफ्ट पाई गई। 3 में नहीं इसके साथ ही 49 अस्पतालों ने तो पहले ही अपने यहां से सिस्टम लगवा लिया था जिसकी सूचना विभाग को दे दी गई थी ऐसे में अब तक कुल 61 ने ही फायर ऑडिट की सूचना दी है। अभी भी 441 ने फायर ऑडिट कराने की जानकारी स्वास्थ्य विभाग को नहीं दी है।