छत्तीसगढ़: बचाव हमेशा इलाज से बेहतर होता है… कोराना के लक्षण दिखाई देने पर तुरंत जांच कराएं… जांच में देरी पड़ेगी भारी…

रायपुर। डॉक्टर विनीत जैन संयुक्त संचालक एवं अधीक्षक भीमराव अंबेडकर हॉस्पिटल ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से कोरोना मरीजों की संख्या में वृद्धि हो रही है, जिससे हॉस्पिटल में कोरोना एवं कोराना  के तीव्र लक्षण के साथ भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या में अत्यधिक वृद्धि हुई है।उन्होंने बताया कि पिछले कुछ समय में  नागरिक लापरवाह हुए है , जिसमें मास्क ना लगाना, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन न करना शामिल है। इस तरह मरीजों में अपने आप को छुपाने की प्रवृत्ति भी बढ़ी है। कई बार जांच देर से कराने या देरी से हॉस्पिटल पहुंचने के कारण गंभीर अवस्था में मरीजों को बचाया जाना संभव नहीं हो पाता। बचाव हमेशा इलाज से बेहतर होता है ।

 उन्होंने अभी नागरिकों से अनुरोध किया  कि बचाव के लिए आवश्यक है कि मास्क लगाएं, लोगों से शारीरिक दूरी बनाए रखें तथा अपने हाथों की बार-बार सफाई करते रहे। अगर कोई भी कोरोना के लक्षण दिखते हैं या नए लक्षण जैसे  अचानक कमजोरी आना या थकान लगना तो तुरंत कोरोना की जांच कराएं । उन्होंने कहा की जांच कराना अपने लिए जरूरी तो है ही अपने परिवार या अन्य लोगों के लिए भी जरूरी है। अगर जांच में देरी हो रही है इसका मतलब है कि जांच में देरी से फैलाव की संभावना बढ़ जाएगी और इससे अपने परिवार के साथ साथ अन्य लोग भी  संक्रमित हो सकते हैं।