छत्तीसगढ़: पीएससी की परीक्षा में पर्चा देख अभ्यर्थी बोले- बहुत कठिन था… 380 उम्मीदवार नहीं बनना चाहते अफसर…

बिलासपुर। संघ लोक सेवा आयोग द्बार रविवार को ईपीएफओ की परीक्षा आयोजित की गई। इसमें 723 परीक्षार्थियों ने आवेदन जमा किया था, जिसमें 343 परीक्षार्थी ही शामिल हो पाए। इस महत्वपूर्ण परीक्षा से 380 अनुपस्थित रहे। कोरोना के संकट के बीच हो रही परीक्षा में छात्रों ने आधी संख्या में ही परीक्षा दिलवाई। गव्र्हमेंट स्कूल परीक्षा केन्द्र से परीक्षा देकर निकले अभ्यर्थियों ने बताया की पेपर कठिन था तो वहीं कुछ ने कहा कि ना ज्याद कठिन ना ही सरल था। परीक्षा के सुचारू संचालन की व्यवस्था की जिम्मेदारी आयोग ने कलेक्टर को सौंपी थी। लिहाजा कलेक्टर डॉ. सारांश मित्तर ने परीक्षा के संचालन से लेकर प्रश्न पत्रों के वितरण और उत्तर पुस्तिकाओं को सुरक्षित संबंधित केंद्र तक जमा कराने के लिए तीन डिप्टी कलेक्टरों की ड्यूटी लगाई थी। आयोग की प्रक्रिया के अनुरूप स्थानीय निरीक्षण अधिकारी के रूप मे प्रशासनिक अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई थी। डिप्टी कलेक्टर बिलासपुर अजीत पुजारी की ड्यूटी शासकीय जेपी वर्मा स्नातकोत्तर कला एवं वाणिज्य महाविद्यालय, डिप्टी कलेक्टर बिलासुपर मनोज केसरिया की ड्यूटी शासकीय महारानी लक्ष्मी बाई कन्या उच्चतर माध्यमिक शाला दयालबंद और डिप्टी कलेक्टर बिलासपुर अमित कुमार गुप्ता की ड्यूटी शासकीय बहुद्देशीय उच्चतर माध्यमिक शाला गांधी चौक दयालंबद में लगाई गई थी। जिनके मौजूदगी में परीक्षा संपन्न कराई गई।