छत्तीसगढ़: सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है ‘अकबर’ का श्रीराम मंदिर,… 100 से अधिक लोगों ने किया लाइक और कई ने किया शेयर… जानिए क्या है पूरा मामला…
रायपुर। सोशल मीडिया में छत्तीगसढ़ की राजधानी रायपुर में ‘अकबर’ का राम मंदिर ट्रेंड कर रहा है। दरअसल, अकबर कोई राजा नहीं, बल्कि छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार में मंत्री हैं। राम जन्मभूमि आंदोलन के समय जब पूरे देश में मंदिर निर्माण को लेकर जन-जन में एक जोश था। उस समय मोहम्मद अकबर कृषि उपज मंडी के अध्यक्ष थे।
उन्होंने राम मंदिर मॉडल की तर्ज पर रायपुर में मंदिर निर्माण शुरू किया। आज जब पूरे देश में अयोध्या के राम मंदिर के भूमिपूजन की चर्चा हो रही है, उस बीच मंडी प्रांगण के राम मंदिर की तस्वीर भी सोशल मीडिया में वायरल होने लगी है। कांग्रेस प्रवक्ता सुशील आनंद शुक्ला ने मंदिर की फोटो को पोस्ट किया और लिखा कि यह मंदिर मंत्री मोहम्मद अकबर के प्रयास से बनाया गया। शुक्ला की पोस्ट को 160 से ज्यादा लोगों ने लाइक किया और 12 लोगों ने शेयर भी किया है।
सुशील ने लिखा है कि अमन सद्भाव का प्रतीक मंडी गेट का राम मंदिर है। ढाई दशक पहले मोहम्मद अकबर ने अयोध्या में प्रस्तावित डिजाइन के आधार पर इस मंदिर को बनवाया। जब अयोध्या में राम मंदिर आंदोलन का शोरगुल शुरू ही हुआ था, तब छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में यह मंदिर बन गया था। मंदिर की डिजाइन वही रखी गयी थी, जो राममंदिर आंदोलन के पोस्टरों में दिखाई जाती है।
मंदिर के पुजारी विजय पांडेय शास्त्री ने एक समाचार पत्र के प्रतिनिधि को बताया कि अकबर की आस्था इतनी अटूट है कि मंदिर निर्माण के बाद से हर वर्ष दोनों नवरात्र में दीप प्रज्वलित करवाते हैं।
खास बात यह है कि इस मंदिर के निर्माण को लेकर न तो अकबर ने कभी दावा किया, न ही किसी प्लेटफार्म पर इसका जिक्र ही करते हैं। शास्त्री की मानें तो आज भी यह मंदिर श्रीराम जनकी मंदिर के आलावा अकबर का मंदिर कहलता है। जब मंत्री मोहम्मद अकबर से मंदिर को लेकर सोशल मीडिया पर चल रही पोस्ट के बारे में पूछा गया तो वह मुस्कुराने लगे। उन्होंने कहा कि मंदिर आंदोलन के समय सभी के सहयोग से इसे पूरा कराया गया था।