क्वैरेंटाइन सेंटर में ड्यूटी कर रहे शिक्षक की मौत, हजारों शिक्षकों में रोष… छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन ने सरकार के सामने रखीं ये मांगें…
बलरामपुर। बलरामपुर जिला मुख्यालय लगे हुए सेमली लेन्जुवा पारा में आंगनबाड़ी केंद्र में स्थित कोरनटाइन सेंटर के प्रभारी के रूप कर्तव्यस्थ शासकीय कन्या माध्यमिक शाला बलरामपुर के प्रधानपाठक सियाराम भगत ड्यूटी के दौरान अपनी बाइक पर बैठकर मोबाइल पर कुछ काम कर रहे थे, जिस दौरान उन्हें अटैक आया और मौके पर ही गिर पड़े। शिक्षक तो गिरते देख लोगों ने तत्काल गांव वाले को सूचना दी, जब तक लोग पहुंचते या उन्हें हॉस्पिटल पहुंचाया जाता, तब तक उनकी मौत हो चुकी थी।
छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन प्रदेश अध्यक्ष संजय शर्मा का कहना है कि एसोसिएशन लगातार यह मांग करती आ रही है कि पर्याप्त सुरक्षा संसाधनों एवं प्रशिक्षण के बिना शिक्षकों की कोरोना ड्यूटी न लगाई जाए। उनका भी 50 लाख का बीमा करना सुनिश्चित किया जाए। ड्यूटी के दौरान मौत होने पर शिक्षकों को 50 लाख के बीमा राशि के साथ अन्य घोषित सुविधाएं प्रदान की जाए।
छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोशिएशन के प्रदेश अध्यक्ष शर्मा, प्रदेश उपाध्यक्ष हरेंद्र सिंह, महामंत्री रंजय सिंह, महासचिव प्रह्लाद सिंह, संगठन सचिव लीलाधर बंजारा, प्रचार सचिव हृषिकेश उपाध्याय, प्रांतीय पदाधिकारी अजय सिंह, जयेश टोपनो ,अनु सिंह ठाकुर, जिलाध्यक्ष पवन सिंह, मनोज वर्मा, अनिल श्रीवास्तव, उदय प्रताप सिंह, भूपेश सिंह, सुफला टोप्पो, संतोष गुप्ता, सत्यप्रकाश, राजेश्वर कुशवाहा, उपेंद्र सिंह, श्याम गुप्ता, अंजना सिंह, चंपा जायसवाल, सुधा सिंह, विनीता सिंह, चंदना दास, कंचन श्रीवास्तव, फूलमति सारथी सहित अन्य पदाधिकारियों ने दिवंगत शिक्षक सियाराम भगत के परिजनों को 50 लाख रुपए की बीमा राशि सहित समस्त देय सुविधाओं के साथ आश्रित के परिवार को तत्काल अनुकम्पा नियुक्ति प्रदान करने की मांग की है।
संजय शर्मा ने कहा है कि प्रदेश के हजारों शिक्षक कोरोना सम्बंधित सेवा में लगे हुए हैं, किन्तु शासन द्वारा उन्हें 50 लाख के बीमा कवर योजना में शामिल नहीं किया जाना संवेदनहीनता है। इस घटना से शिक्षको में रोष है। सरकार से पुनः मांग है कि कोरोना ड्यूटी पर शिक्षकों को कर्तव्यस्थ करने से पूर्व उन्हें पर्याप्त सुरक्षा संसाधन उचित प्रशिक्षण व 50 लाख के बीमा कवर दिया जाए।