मुंगेली CMO के खिलाफ जनप्रतिनिधियों का फूटा आक्रोश…नपा अध्यक्ष-उपाध्यक्ष सहित कांग्रेस-भाजपा के पार्षदों ने की कार्रवाई व ट्रांसफर की मांग…एक हफ्ते का दिया अल्टीमेटम… नहीं तो धरना और भूख हड़ताल की चेतावनी… SDM मौन… कलेक्टर एल्मा बोले – शासन को भेजेंगे शिकायत पत्र…
मुंगेली। मुंगेली नगर पालिका के सीएमओ राजेन्द्र पात्रे के खिलाफ कांग्रेस-भाजपा पार्षद लामबंद हो गये है।सीएमओ का जनप्रतिनिधियों के प्रति किये जाने वाले दुर्व्यवहार तथा कार्यो के प्रति लापरवाही बरतने के कारण आये दिन नगर पालिका में तु तु मैं मैं कि स्थिति निर्मित हो रही है। बार-बार मुगेंली में निमार्णाधीन जल आवर्धन योजना में हो रहे गड़बड़ी की शिकायत करने पर भी कोई भी कार्यवाही नहीं की जा रही है। इन सभी बातों को लेकर शनिवार को नगर पालिका के अध्यक्ष व उपाध्यक्ष सहित कांग्रेस-भाजपा के भारी संख्या में पार्षदों ने जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपा।
इस मामले में कलेक्टर पी एस एल्मा का कहना कि जनप्रतिनिधियों की शिकायत व मांगों की कॉपी राज्य शासन को भेज दी जाएगी। वहां से जो आदेश आएगा, उसका पालन किया जाएगा।
कलेक्टर के नाम एसडीएम को सौंपे गये ज्ञापन में बताया गया कि पूर्व में लगे हुये सफाई कर्मचारियों को अपने पद का दुरूपयोग करते हुए उन्हें घर बैठा दिया गया है तथा अपने चहेतों को बिना किसी जानकारी के काम पर लगा दिया गया है जो गलत है। ज्ञापन में आगे बताया गया कि सीएमओ अत्यंत झगड़ालू प्रवृत्ति के है, बात बात में टेंशन में आ जाते है और धमकी देते हुये कहते है कि 6 वर्ष की नौकरी में मेरा 12 बार स्थानांतरण हो चुका है, इससे ज्यादा और क्या होगा। बात-बात में रिपोर्ट करने की धमकी देते है।
अभी हाल में ही पार्षद मोहित बंजारा तथा कर्मचारी मनोज बंजारा के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज करा चुके है, इनका पूर्व रिकार्ड भी खराब है। साथ ही नपा के स्टाफ मनोज बंजारा और पार्षद मोहित बंजारा के द्वारा सिटी कोतवाली मुगेली में भी शिकायत दर्ज करवाया जा चुका है। उसी प्रकार ज्ञापन के अगले अंश में बताया गया कि मुख्य अभियंता संचालक नगरीय प्रशासन विभाग से पत्र क्रमांक 05/2020-21/2644 के प्रेषित पत्र में स्पष्ट उल्लेख किया गया है कि निकाय के विभिन्न पेयजल योजनाओं का कार्य अन्य विभागो द्वारा जल आधारित कार्य जल संसाधन विभाग से नियमानुसार जल आबंटन के पश्चात ही प्रारम्भ करने की बात कही गयी थी, जिसका पालन सीएमओ ने नही किया।
पार्षदों ने बताया कि जल आवर्धन योजना के अंतर्गत जो पाइप लाईन विस्तार हो रहा है, सोशल मिडिया के माध्यम से प्रचार होने लगा कि मुगेली में अवैध कालोनी में पाइप लाईन बिछाया जा रहा है, तो मुख्य नगर पालिका अधिकारी ने अपनी गलती को छिपाने के लिए ठेकेदार मनीष पाइप प्राईवेट लिमिटेड को पत्र क्रमांक 273/न.पा./भ.अनु./2020-21 दिनांक 23/07/2020 को पत्र लिखकर वैध तथा अवैधकालोनी की सुची भेजकर कार्य नही करने को कहा जाता है. प्रथम आशय से स्पष्ट यह होता है, कि वैध अवैध कालोनी की सुची किसने और कब बनाई और यह अधिकार किन्हे प्राप्त है, जब कि इस पत्र में अनुविभागीय अधिकारी के हस्ताक्षर है, जो पूर्णतः गलत है, दुसरी ओर इस पत्र कि प्रतिलिपि न तो अध्यक्ष को भेजी गयी है, और न ही कलेक्टर को, जिसकी कापी संलग्न शिकायतकर्ताओं ने की ज्ञापन के साथ की है।
पूर्व में भी संचानालय नगरीय प्रशासन एवं विकास से पत्र शा-1/विविध/5450/2020/3105 संलग्न किया गया जिसमे सीएमओ के द्वारा समय पर स्पष्टी कारण नहीं दिया गया है। ज्ञापन की अंतिम कंडिका में पार्षदों ने शिकायत करते हुये कहा कि किसी भी कार्य को करने पर अगर सीएमओ के केबिन में जाते है तो जनप्रतिनिधियों को धमकी दिया जाता है कि मैं आपके खिलाफ शासकीय कार्य में बाधा एवं झूठे मामलों में फंसाने की धमकी देते है तथा कहते है कि मंत्रीजी तो मेरे मामा है आप लोग कोई भी शिकायत कर लो मेरा कुछ नही होगा जब मैं चाहूंगा तभी मैं मुंगेली से जाउंगा। इन सभी शिकायतों को लेकर नपा के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष तथा कांग्रेस-भाजपा के पार्षदों ने सीएमओ राजेन्द्र पात्रे का स्थानान्तरण एवं उचित कार्यवाही करने एक सप्ताह समय दिया गया। साथ ही कहा गया कि निर्धारित समय में कार्यवाही नही होने पर सभी के द्वारा धरना प्रदर्शन एवं भुख हड़ताल किया जाएगा।
इस मामले में पक्ष जानने के लिए जब इसडीएम से संपर्क किया गया तो पूरी बात सुनने के बात उन्होंने मोबाइल कॉल काट दिया।