सहायक शिक्षकों के लिए विशेष अभियान: लॉकडाउन के कारण ज्ञापन कार्यक्रम की तिथि में परिवर्तन… एसोशियन के नेता बोले- क्रमोन्नति व पदोन्नति से सभी शिक्षक संवर्ग को लाभ मिलेगा… जानिए आप कब तक दे सकते हैं सुझाव…

छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष संजय शर्मा, प्रदेश संयोजक सुधीर प्रधान, वाजीद खान, प्रदेश उपाध्यक्ष हरेंद्र सिंह, देवनाथ साहू, बसंत चतुर्वेदी, प्रवीण श्रीवास्तव, विनोद गुप्ता, प्रदेश सचिव मनोज सनाढ्य, प्रदेश कोषाध्यक्ष शैलेन्द्र पारीक ने बताया कि क्रमोन्नति, पदोन्नति, वेतन विसंगति, पुरानी पेंशन, अनुकम्पा नियुक्ति, लंबित महंगाई भत्ता का मांग पत्र प्रदेश में -4/5 अगस्त, संभाग में-10/11 अगस्त , जिला में-17/18/19/20 अगस्त ब्लॉक में -27/28/29 अगस्त को मुख्यमंत्री व अधिकारियों के नाम मांग पत्र दिया जाएगा।

सहायक शिक्षकों के लिए क्रमोन्नति का नियम है, जबकि शिक्षक व व्याख्याता के लिए समयमान 10 वर्ष की सेवा पश्चात नियम है। इसलिए प्रथम नियुक्ति के आधार पर एलबी शिक्षक संवर्ग को क्रमोन्नति वेतनमान दिया जाना चाहिए। जनघोषणा पत्र में क्रमोन्नति वेतनमान लागू किये जाने का उल्लेख है।

सहायक शिक्षकों की पदोन्नति के लिए प्रधान पाठक प्राथमिक शाला के 22 हजार पद व शिक्षक के 08 हजार कुल 30  हजार पदों पर सहायक शिक्षकों की पदोन्नति संभावित है, प्रधान पाठक पूर्व मा शाला के 6 हजार व व्याख्याता के 10 हजार पद कुल 16 हजार पद में शिक्षक संवर्ग की पदोन्नति संभावित है। प्राचार्य पद पर पदोन्नति हेतु पद की गणना शेष है। प्रदेश में ही अन्य विभाग में पदोन्नति जारी है। इसलिए शिक्षा विभाग में भी एलबी शिक्षक संवर्ग को शिक्षकीय सेवा के आधार पर पदोन्नति दी जाए।

सहायक शिक्षक संवर्ग से तर्क के बजाय तथ्य के साथ सुझाव आमंत्रित किया गया है, इसके लिए टीचर्स एसोसिएशन के प्रदेश महासचिव संजय उपाध्याय के न. 8770101031 में तथ्य आमंत्रित है।

छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन ने सहायक शिक्षकों की वेतन विसंगति को वेतन सुधार करने के रूप में आगे बढ़ाने का निर्णय लिया है, जिसके तहत व्याख्याता – शिक्षक के वेतन अंतर के अनुपात में शिक्षक – सहायक शिक्षक के वेतन अंतर का सुधार कर निर्धारण किया।

क्रमोन्नति, पदोन्नति, वेतन विसंगति, पुरानी पेंशन, अनुकम्पा नियुक्ति व लंबित महंगाई भत्ता किसी वर्ग विशेष की मांग नही है, ये मांग समस्त शिक्षक संवर्ग के लिए है और सभी को लाभ मिलेगा।