युवा कांग्रेस चुनाव: प्रदेश में सीएम बघेल और स्वास्थ्य मंत्री टीएस तो बिलासपुर शहर में पर्यटन मंडल अध्यक्ष अटल श्रीवास्तव व विधायक शैलेश पांडेय की प्रतिष्ठा दांव पर… साख बचाने दिग्गजों ने लगाई एड़ी-चोटी… जानिए किस तरह से रिझा रहे हैं मतदाताओं को…

Youth Congress Elections: CM Baghel and Health Minister TS in Bilaspur city, Tourism Board President Atal Srivastava and MLA Shailesh Pandey's reputation at stake...

बिलासपुर। युवा कांग्रेस के चुनाव में प्रदेश और शहर के दिग्गजों की प्रतिष्ठा दांव पर है। प्रदेश में जहां सीएम भूपेश बघेल और स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव आमने-सामने हैं तो बिलासपुर शहर में पर्यटन मंडल के अध्यक्ष अटल श्रीवास्तव व विधायक शैलेश पांडेय अपनी साख बचाने के लिए एड़ी-चोटी एक कर रहे हैं। चुनावी विशलेषकों की मानें तो सभी खेमा एक-दूसरे को कड़ी टक्कर दे रहे हैं।
छह साल बाद यूथ कांग्रेस का चुनाव हो रहा है। प्रदेशाध्यक्ष के पद पर सीएम भूपेश बघेल के खेमे से आकाश शर्मा, स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव के खेमे से आशीष मोनू अवस्थी, संगठन खेमे से गुलजेब अहमद समेत 12 चुनाव मैदान में हैं। प्रदेश महासचिव 148 प्रत्याशियों ने ताल ठोंकी है।

बिलासपुर शहर अध्यक्ष पद की बात करें तो पर्यटन मंडल अध्यक्ष अटल श्रीवास्तव खेमे से शेरू असलम और विधायक खेमे से शहर अध्यक्ष बिट्‌टू बाजपेयी के बीच सीधे टक्कर है। अपने प्रत्याशियों को जिताने के लिए दिग्गजों ने सब कुछ दांव पर लगा दिया है। समर्थकों को भी चुनाव में झोंक दिया गया है। चुनाव के फार्मूले पर नजर डालें तो पता चलता है कि यूथ चुनाव में 18 से 35 वर्ष के युवा वोट डाल सकते हैं। ये वोटर ही प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला करेंगे।

अलबत्ता, दिग्गजों के इशारे पर प्रत्याशी और समर्थक ऐसे युवाओं को तरह-तरह का प्रलोभन दे रहे हैं और अपने पक्ष में वोटिंग करने के लिए मिन्नतें कर रहे हैं। वोटरों को सैर-सपाटे में भी भेजा जा रहा है। यानी कि किसी को जंगल की सैर कराई जा रही है तो किसी को देवी दर्शन या पर्यटन स्थल घुमाया जा रहा है।
ऐसी है चुनावी प्रक्रिया
यूथ चुनाव के लिए एक फार्मूला तैयार किया गया है, जिसके तहत 12 मई से वोटिंग शुरू हो गई है, जो 12 जून तक चलेगी। चुनाव प्रक्रिया संपन्न होने के बाद स्क्रूटनी की जाएगी। इसमें यह देखा जाएगा कि जिसने वोटिंग की है, उनकी उम्र 18 से 35 साल है या नहीं और ये यूथ कांग्रेस के सदस्य हैं या नहीं। स्क्रूटनी के बाद वोटों की गिनती की जाएगी। इसमें सबसे ज्यादा वोट पाने वाले तीन उम्मीदवारों को दिल्ली बुलाया जाएगा, जहां उनका इंटरव्यू होगा। इसके बाद चुनाव परिणाम जारी किए जाएंगे।
सबसे महंगा चुनाव, वोटर बनने की फीस 50 रुपए
यूथ कांग्रेस की राजनीति से जुड़े नेताओं की मानें तो यह चुनाव सबसे महंगा है। दरअसल, वोटर बनने की फीस 50 रुपए है। जाहिर है, कोई भी युवा 50 रुपए देकर वोटर तो नहीं बनेगा। इसकी जानकारी भी दिग्गजों के अलावा प्रत्याशियों को भी है। यही वजह है कि प्रत्याशी और समर्थक ऐसे युवाओं की तलाश करने के बाद उन्हें यूथ कांग्रेस की सदस्यता दिला रहे हैं और उनकी फीस खुद ही भर रहे हैं।
ग्रामीण वोटर चार तो शहरी मतदाता तीन वोट डालेंगे
यूथ चुनाव में ग्रामीण वोटरों को चार वोट देने की सुविधा दी गई है। ये वोटर प्रदेशाध्यक्ष, प्रदेश महासचिव, जिला अध्यक्ष ग्रामीण और विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए वोट देंगे। शहर मतदाता प्रदेशाध्यक्ष, प्रदेश महासचिव और शहर अध्यक्ष के लिए वोट डालेंगे। वोटिंग ऑनलाइन हो रही है। वोटरों को ऑनलाइन बैलेट पेपर दिए जा रहे हैं, जिसे भरकर सबमिट करना है।