छत्तीसगढ़ : मुख्यमंत्री ने माना के वृद्धाश्रम पहुंच कर जाना बुजुर्गों का हाल-चाल… बुजुर्गों के स्वास्थ्य के संबंध में विशेष सतर्कता बरतने के दिए निर्देश…

रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल शुक्रवार को रायपुर के माना स्थित शासकीय वृद्धाश्रम पहुंचे। वृद्धाश्रम में मुख्यमंत्री ने वहां रहने वाले बुजुर्गों का हाल-चाल जाना और उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए बुजुर्गों के स्वास्थ्य के संबंध में विशेष सतर्कता बरतने के दिये निर्देश दिये हैं। उल्लेखनीय है कि इस आश्रम में राज्य के 26 बुजुर्ग निवास करते हैं।

    मुख्यमंत्री ने बुजुर्गों से उनके सुख-दुख, खान-पान, निवास और दिनचर्या के बारे में पूछा और किसी तरह की परेशानी होने के संबंध में जानकारी ली । बुजुर्गों गंगेश भट्टाचार्य, चंदन चौधरी, जायसवाल,मती फिरंतिन ने बताया कि वृद्धाश्रम में खाने और रहने की अच्छी व्यवस्था है। उनके परिवार के लोग भी बीच-बीच में उनसे मिलने आते हैं। उन लोगों को कोरोना वायरस की जानकारी है और इसके लिए सोशल डिस्टेंसिंग का पालन भी कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि आश्रम में कीटनाशक का स्प्रे किया जा रहा है । साथ ही लगातार हाथ धोने जैसे चीजों पर भी काफी ध्यान दिया जा रहा है।

मुख्यमंत्री ने बुजुर्गों को भारत सहित पूरे विश्व को प्रभावित कर रहे  कोरोना वायरस की जानकारी दी और बताया कि ऐसे समय 60 वर्ष के अधिक उम्र के सभी नागरिकों को बेहद सावधानी बरतने की जरूरत है। मुख्यमंत्री ने उन्हें कहा कि करोना से ङरने या भयभीत होने की जरूरत नहीं है लेकिन कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए सामाजिक दूरी बनाए रखने, घर पर ही रहने, हाथ मिलाने के स्थान पर अभिवादन के लिए परम्परागत केवल भारतीय नमस्कार का प्रयोग करने को कहा। मुख्यमंत्री ने बुजुर्गों से कहा कि ऐसे समय वे अपनी तबियत का ध्यान रखें और छींक-खांसी के समय इसके छीटंे से दूसरों को भी बचाए। इस अवसर पर जिला पंचायत के पूर्व सदस्य पंकज शर्मा सहित समाज कल्याण विभाग के सचिव आर. प्रसन्ना, संचालक पी दयानंद, कलेक्टर डॉ. एस. भारतीदासन, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आरिफ शेख मोहम्मद, नगर निगम रायपुर के कमिश्नर सौरभ कुमार भी उपस्थित थे। पंकज शर्मा ने इस अवसर पर मुख्यमंत्री की भावना से वृद्धजनों को अवगत कराते हुए कहा कि भूपेश बघेल के मन में सभी वृद्धजनों के प्रति अपने माता-पिता जैसा सम्मान है। यहीं कारण है कि वे इस कठिन समय में उनका हाल-चाल लेने स्वयं आए हैं।