बिलासपुर: कोटा के नए मास्टर प्लान में शामिल किए गए 15 नए गांव… भूमि उपयोग की जानकारी की गई सार्वजनिक… 30 दिनों के अंदर मंगाई दावा-आपत्तियां…
बिलासपुर। नगर एवं ग्राम निवेश ने नगर पंचायत कोटा का नया मास्टर प्लान बना लिया है। इस बार निवेश क्षेत्र में कुल 15 गांवों को जोड़ा गया है। इसमें वर्तमान भूमि उपयोग के संदर्भ में जानकारी सार्वजनिक कर दी गई है। लोगों से इस पर 30 दिनों के अंदर दावा–आपत्ति पेश करने के लिए कहा गया है। इसके बाद 2031 तक के लिए नया मास्टर प्लान जारी कर दिया जाएगा।
आयुक्त, बिलासपुर संभाग, कलेक्टर, संयुक्त संचालक नगर तथा ग्राम निवेश व नगर पंचायत कोटा कार्यालय में वर्तमान भूमि उपयोग की सूची बीते 8 फरवरी को सार्वजनिक कर दी गई है। इसमें यह बताया गया है कि कौन सा क्षेत्र किस काम के लिए उपयोग हो रहा है। पीला रंग आवासीय, आसमानी वाणिज्यिक उपयोग, बैंगनी औद्योगिक, काला रंग को श्मशान और कब्रिस्तान को बताने के लिए उपयोग किया गया है। इसी तरह अन्य कार्य को भी नक्शे में विभिन्न रंगों के जरिए समझाया गया है। इस नक्शे को 8 फरवरी को जारी किया गया है। 9 मार्च तक दावा–आपत्ति के लिए समय दिया गया है। एक माह तक वे इस मास्टर प्लान के अनुसार अपना पक्ष रख सकते हैं। यह मास्टर प्लान सन् 2031 तक प्रभावी रहेगा। इसमें नए 15 गांवों को शामिल किया गया है।
प्रस्तावित नया मास्टर प्लान एक नजर में
नगर तथा ग्राम निवेश के प्रभारी संयुक्त संचालक विनीत नायर ने बताया कि कोटा निवेश क्षेत्र में सम्मिलित 15 ग्रामों का कुल क्षेत्रफल 7393.39 हेक्टेयर है, जिसके लिए कोटा विकास योजना 2031 का प्रारुप तैयार किया गया है। इसमें वर्ष 2031 के लिए एक लाख जनसंख्या अनुमानित की गई है, जिसमें आवासीय क्षेत्र लगभग 764.23 हेक्टेयर ( 45.07 % ) प्रस्तावित किया गया है। वाणिज्यिक क्षेत्र 56.06 हेक्टेयर, मिश्रित क्षेत्र 13.71 हेक्टेयर , औद्योगिक 95.65 हेक्टेयर , सार्वजनिक एवं अर्धसार्वजनिक 115.93 हेक्टेयर, आमोद – प्रमोद 206.78 हेक्टेयर, यातायात 443.45 हेक्टेयर प्रस्तावित कर कुल विकसित क्षेत्र लगभग 1695.81 हेक्टेयर है।