लोहारीगुंडा बीईओ का अनोखा कारनामा: शिक्षकों के बैंक खाते को होल्ड करने का जारी किया फरमान… संयुक्त शिक्षक संघ के प्रांताध्यक्ष केदार जैन ने की कड़ी कार्रवाई की मांग… जानिए क्या है आदेश में…

बस्तर। कोरोना के इस संक्रमण काल में छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा सभी कर्मचारियों को नियमित रूप से वेतन भुगतान करने का आदेश जारी किया गया है, लेकिन लगता है कि छत्तीसगढ़ के कुछ अधिकारियों को राज्य शासन के आदेशों की कोई परवाह नहीं है और वे सरकार की छवि इस कोरोना काल मे धूमिल करने में लगे हुए हैं। जिनमें से एक हैं बस्तर जिले के विकासखंड लोहरीगुंडा के बीईओ चंद्रशेखर यादव, जिन्होंने विकासखंड के 56 शिक्षकों के बैंक खाते होल्ड करने का अनोखा फरमान जारी किया है।

संयुक्त शिक्षक संघ के प्रांताध्यक्ष केदार जैन ने इस पर कड़ी आपत्ति करते हुए कहा है कि बीईओ ने अपने अधिकार क्षेत्र से बाहर जाकर यह आदेश जारी किया है, जो निंदनीय हैं, क्योंकि बैंक खाते से कर्मचारियों का वेतन के अलावा भी कई प्रकार का लेनदेन या बचत रहता है, जिससे कर्मचारी जीवन यापन करते हैं। आज के दौर में बहुत सारे लेनदेन कैशलेस होते हैं, जिसे शासन बढ़ावा भी दे रहा हैं। बैंक खाता होल्ड होने से संबंधित कर्मचारी परेशान हैं, जिन्हें दैनिक खर्च के उपयोग में कठिनाई आ रही है। शासकीय प्रक्रिया में यदि कर्मचारी सही ढंग से ड्यूटी नहीं कर रहा हो तो नियमानुसार सक्षम अधिकारी द्वारा उन्हें नोटिस जारी किया जाता है और संतोषप्रद जवाब प्राप्त नहीं होने की स्थिति में आगे की कार्यवाही वेतन रोकने, काटने, वेतन वृद्धि रोकने आदि रहता हैं।

लेकिन बीईओ ने यहा पर खुद ही प्रक्रिया का पालन नही किया हैं। यह भी बताया जा रहा हैं कि बीईओ के द्वारा किसी संघ विशेष से जुड़े शिक्षक से वेतन बनाने का कार्य कराया जा रहा है और यह पूरा मामला लेनदेन से संबंधित हैं, जिसे एक योजना के तहत जानबूझ कर किया जा रहा हैं। प्रांताध्यक्ष केदार जैन ने कलेक्टर बस्तर से ऐसे संवेदनहीन बीईओ के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई कर तत्काल प्रभाव से हटाने की मांग की है।

उनका कहना है कि इस आशय पर जल्द ही शिक्षामंत्री प्रेमसाय सिंह टेकाम, प्रमुख सचिव स्कूल शिक्षा आलोक शुक्ला, संचालक डीपीआई जितेंद्र शुक्ला को ज्ञापन सौंपकर कड़ी कार्रवाई की मांग की जाएगी। साथ ही संबंधित बैंक मैनेजर की भी लापरवाही व मिलीभगत नजर आता है, क्योंकि बैंक खाता को बिना बड़े व ठोस कारण के होल्ड नहीं किया जाता। इसलिए बैंक मैनेजर की भूमिका की जांच कर उचित कार्यवाही की मांग उनके आरएम या जनरल मैनेजर से की जाएगी। 

संयुक्त शिक्षक संघ के प्रांताध्यक्ष केदार जैन ने मांग की है कि तत्काल बैंक खाता के होल्ड को हटाया जाए, ताकि शिक्षक, बैंक के अपने राशि का उपयोग करके इस कोरोना काल में अपने परिवार समेत सुगमता से जीवन यापन कर सके। यदि उनके जीवन यापन में किसी प्रकार से परेशानी या अनहोनी होती है तो इसकी संपूर्ण जवाबदारी संबंधित बीईओ एवं बैंक मैनेजर की होगी।