बड़ी खबर: देश में 5G मोबाइल सर्विसेस लांच… दिल्ली में बैठे-बैठे पीएम मोदी ने यूरोप में कार का टेस्ट ड्राइव किया… और भी बहुत कुछ… पढ़िए पूरी खबर… और जानिए 5G के क्या हैं फायदे…
जियो ने अपने डेमो में 4 स्कूलों को एक साथ जोड़ा। मुंबई के एक स्कूल के शिक्षक ने तीन अलग-अलग स्थानों के छात्रों को पढ़ाया। अहमदाबाद के रोपड़ा प्राइमरी स्कूल की एक स्टूडेंट से पीएम ने बात की।
देश में शनिवार यानी कि एक अक्टूबर से 5G मोबाइल सर्विसेस की शुरुआत हो गई है। इंडियन मोबाइल कांग्रेस में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 5G सर्विसेस लॉंच की। दो बड़ी मोबाइल कंपनियों ने देश में 5G सर्विसेस की शुरुआत की है। एयरटेल ने वाराणसी और जियो ने अहमदाबाद के एक गांव से इसकी शुरुआत की।
कार्यक्रम में रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने कहा कि 5G डिजिटल कामधेनु है। इस तकनीक से भारतीयों की जिदगी में हेल्थ, वेल्थ और हैप्पीनेस आएगी। इससे किफायती हेल्थ केयर सर्विस देना संभव हो पाएगा। उन्होंने कहा कि JIO के जरिए दिसंबर 2023 तक देश के हर कोने में 5G सर्विस पहुंचाई जाएगी। भारती-एयरटेल के चेयरमैन सुनील मित्तल ने दिल्ली, मुंबई और वाराणसी समेत देश के आठ शहरों में शनिवार से ही यह सर्विस देने का एलान किया।
प्रधानमंत्री मोदी ने 5G के यूज केस देखे
जियो ने अपने डेमो में 4 स्कूलों को एक साथ जोड़ा। मुंबई के एक स्कूल के शिक्षक ने तीन अलग-अलग स्थानों के छात्रों को पढ़ाया। अहमदाबाद के रोपड़ा प्राइमरी स्कूल की एक स्टूडेंट से पीएम ने बात की।
वोडाफोन आइडिया ने 5G की मदद से दिल्ली मेट्रो की एक निर्माणाधीन सुरंग में कामगारों की सुरक्षा का यूज केस डेमोंस्ट्रेट किया। टनल में काम कर रहे लोगों से भी पीएम मोदी ने बात की।
एयरटेल अपने डेमो में उत्तर प्रदेश की स्टूडेंट्स को शामिल किया। स्टूडेंट्स को वर्चुअल और ऑगमेंटेड रियल्टी की मदद से सोलर सिस्टम के बारे में पढ़ाया गया। उसने स्टूडेंट होलोग्राम के माध्यम से मंच पर उपस्थित होकर अपने लîनग एक्सपीरिएंस को पीएम के साथ शेयर किया।
पीएम मोदी ने क्या कहा
- 5G ने अवसरों के अनंत आकाश की शुरुआत है।
- आजादी के अमृत महोत्सव के इस ऐतिहासिक कालखंड में 1 अक्टूबर 2022 की तारीख इतिहास में दर्ज होगी।
- नया भारत, टेक्नोलॉजी का सिर्फ कंज्यूमर बनकर नहीं रहेगा, बल्कि टेक्नोलॉजी के विकास में एक्टिव भूमिका निभाएगा।
- भविष्य की वायरलेस टेक्नोलॉजी को डिजाइन करने में, उस से जुड़ी मैन्युफैक्चरिग में भारत की बड़ी भूमिका होगी।
- आज इंटरनेट का इस्तेमाल करने वाला हर व्यक्ति इस बात को समझ रहा है कि 5G इंटरनेट का पूरा आर्टिटेक्चर बदल देगा।
- 2G, 3G, 4G के समय भारत टेक्नोलॉजी के लिए दूसरे देशों पर निर्भर रहा, लेकिन 5G के साथ भारत ने नया इतिहास रच दिया।
- 2014 में जीरो मोबाइल फोन एक्सपोर्ट से आज हम हजारों करोड़ के मोबाइल एक्सपोर्ट करने वाले देश बन चुके हैं।
- इन सारे प्रयासों का प्रभाव डिवाइस की कीमत पर पड़ा है।अब कम कीमत पर हमें ज्यादा फीचर्स भी मिलने लगे हैं।
- घर-घर बिजली, हर घर जल और हर घर गैस सिलेंडर की तरह सरकार इंटरनेट फॉर ऑल पर काम कर रही है।
- सरकार ने डिजिटल पेमेंट का रास्ता आसान बनाया। छोटा दुकानदार भी कहता है, कैश नहीं UPI कर दीजिए।
चार दिन तक चलेगी इंडियन मोबाइल कांग्रेस
दिल्ली के प्रगति मैदान में 1 अक्टूबर से टेलीकॉम इंडस्ट्री के बड़े इवेंट इंडियन मोबाइल कांग्रेस के छठे एडिशन की शुरूआत हुई है। इसी इवेंट में पीएम ने 5क्व सर्विसेज की शुरुआत की।
जियो, वोडोफोन और एयरटेल ने लाइव डेमो दिया
भारत में 5G टेक्नोलॉजी की क्षमता दिखाने के लिए देश के तीन प्रमुख टेलीकॉम ऑपरेटरों ने प्रधानमंत्री के सामने एक-एक यूज केस का डेमोंसट्रेशन दिया। प्रधानमंत्री ने जियो, एयरटेल और वोडाफोन आइडिया के पवेलियन को विजिट किया।
उन्होंने जियो पवेलियन में प्रदर्शित ट्रू 5G डिवाइसेज को देखा और जियो ग्लास के माध्यम से यूज केसेज को एक्सपीरियंस किया। उन्होंने युवा जियो इंजीनियरों की एक टीम से एंड-टू-एंड 5G तकनीक के स्वदेशी विकास को समझा। उन्हें बताया गया कि कैसे 5G शहरी और ग्रामीण स्वास्थ्य सेवा के बीच की खाई को पाटने में मदद कर सकता है।
5G शुरू होने से क्या फायदे होंगे
- पहला फायदा तो ये होगा कि यूजर तेज स्पीड इंटरनेट इस्तेमाल कर सकेंगे।
- वीडियो गेमिग के क्षेत्र में 5G के आने से बड़ा बदलाव होगा।
- वीडियो बिना बफरिग या बिना रुके स्ट्रीम कर सकेंगे।
- इंटरनेट कॉल में आवाज बिना रुके और साफ-साफ आएगी।
- 2 GB की मूवी 10 से 20 सेकेंड में डाउनलोड हो जाएगी।
- कृषि क्षेत्र में खेतों की देखरेख में ड्रोन यूज संभव होगा।
- मेट्रो और बिना ड्राइवर चलने वाली गाड़ियों को ऑपरेट करना आसान होगा।
- वर्चुअल रियलिटी और फैक्ट्री में रोबोट यूज करना ज्यादा आसान होगा।
5G के शुरू होने से काम होगा आसान
5G इंटरनेट सेवा के शुरू होने से भारत में काफी कुछ बदलने वाला है। इससे न सिर्फ लोगों का काम आसान होगा, बल्कि एंटरटेनमेंट और कम्युनिकेशन सेक्टर में भी काफी कुछ बदल जाएगा। इसके लिए काम कर रही कंपनी एरिक्सन का मानना है कि 5 साल में भारत में 50 करोड़ से ज्यादा 5क्व इंटरनेट यूजर की संख्या होने वाली है।
इंटरनेट की पांचवी जनरेशन 5G
इंटरनेट नेटवर्क के पांचवें जनरेशन को 5G कहते हैं। यह एक वायरलेस ब्रॉडबैंड इंटरनेट सर्विस है, जो तरंगों के जरिए हाई स्पीड इंटरनेट सेवा उपलब्ध कराती है। इसमें मुख्य तौर पर तीन तरह के फ्रीक्वेंसी बैंड होते हैं।
- लो फ्रीक्वेंसी बैंड- एरिया कवरेज में सबसे बेहतर, इंटरनेट स्पीड 100 Mbps, इंटरनेट स्पीड कम
- मिड फ्रीक्वेंसी बैंड- इंटरनेट स्पीड लो बैंड से ज्यादा 1.5 Gbps, एरिया कवरेज लो फ्रीक्वेंसी बैंड से कम, सिग्नल के मामले में अच्छा
- हाई फ्रीक्वेंसी बैंड- इंटरनेट स्पीड सबसे ज्यादा 20 Gbps, एरिया कवर सबसे कम, सिग्नल के मामले में भी अच्छा