बिलासपुर: नगर निगम आयुक्त प्रभाकर पांडेय के 24 महीनों का कार्यकाल… 7 ऐसे काम… जिसे शहरवासी नहीं भुला पाएंगे… और 7 ऐसी नागरिक सुविधाओं का रोडमैप तैयार, जो अब सपना न बन जाए…
बिलासपुर। बिलासपुर नगर निगम के आयुक्त के रूप में प्रभाकर पांडेय ने 12 माह में विकास कार्यों के कई आयाम तय किए हैं, पर उन्होंने 7 ऐसे बड़े काम किए, जिसे शहरवासी नहीं भुला पाएंगे। उनके जाने से 7 ऐसे नागरिक सुविधाओं से संबंधित काम अब सपना न बन जाए, जिसके रोडमैप तैयार हैं। बता दें कि राज्य सरकार ने उन्हें बिलासपुर से अंबिकापुर नगर निगम की जिम्मेदारी सौंपी है।
ये हैं वो 7 काम, जिसे शहरवासी रखेंगे याद
-
मिट्टीतेल लाइन की सड़क बिलासपुर की पहचान बनाई
मिट्टी तेल लाइन की पहचान पूर्व में स्लम एरिया के रूप में थी। यहां स्मार्ट रोड बनाने से पहले रायपुर रोड से बलराम टाकीज रोड को जोड़ा गया। अब यही सड़क सीधे उसलापुर रोड तक आगे बढ़ रही है। बेजाकब्जा हटाने का प्रमुख कार्य पूरा हो चुका है।
-
अरपा के किनारे सड़क
शहर की सबसे बड़ी समस्या ट्रैफिक जाम की है। इसे दूर करने के लिए इंदिरा सेतु से रपटा तक नदी के किनारे सड़क का निर्माण किया जाना है। इस कार्य की सबसे बड़ी बाधा नदी किनारे का बेजाकब्जा थी, जिसे तोड़कर प्रभावितों को सरकारी मकानों में शिफ्ट किया जा चुका है।
-
कलेक्टोरेट रोड का चौड़ीकरण
स्मार्ट सिटी के फंड से नेहरू चौक से लेकर मंगला चौक तक सड़क चौड़ीकरण का काम चालू हो चुका है। इस सड़क पर केवल शाम ही नहीं, बल्कि दिन में भी जाम लगी रहती है। सड़क चौड़ीकरण के बाद यहां जाम की समस्या से काफी हद तक राहत मिल जाएगी।
-
तारामंडल का निर्माण
मेट्रो शहरों की तर्ज पर शहर में भी विद्यार्थियों को खगोलीय जानकारी देने के लिए तारामंडल का निर्माण किया जा रहा है। इसका काम अंतिम चरण में है। तारामंडल में न सिर्फ लोगों को ज्ञानवर्धक जानकारी मिलेगी, बल्कि विद्यार्थियों की रुचि का भी विषय रहेगा।
-
शहर जाम करने वाले चौक-चौराहों को हटाना
शहर में पूर्व के अधिकारियों ने चौक-चौराहों पर बड़े-बड़े आईलैंड बना दिए थे, जिससे जाम की समस्या उत्पन्न हो रही थी। आयुक्त प्रभाकर पांडेय ने इसे हटाने के लिए अभियान चलाया। मगरपारा चौक, तैयबा चौक, बजरंग चौक आदि को हटाया जा चुका है। इससे ट्रैफिक की समस्या काफी हद तक दूर हो गई है।
-
सेंट्रल लाइब्रेरी का निर्माण
शहर में पहली आधुनिक सेंट्रल लाइब्रेरी भवन का निर्माण पूरा हो चुका है। अब केवल इसे चालू करना शेष है। शहर में पहला सरकारी भव्य भवन है, जो आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। यहीं नई प्रतिभाओं को मौका देने के लिए भी एक सेंटर चलेगा। आम लोग और विद्यार्थी यहां ऑनलाइन पढ़ाई भी कर सकेंगे।
-
व्यापार विहार स्मार्ट रोड
व्यापार विहार में लगने वाले जाम को देखते हुए यहां स्मार्ट रोड का निर्माण किया गया है। रोड और डक्ट बनाने का काम लगभग पूरा हो चुका है। अब यहां तार और पाइप लाइन बिछाने का काम चालू होना है। इसके बाद यह हवा में लटकती तारों से मुक्त रोड बन जाएगा।
इन कामों का रोडमैप तैयार, जो अब सपना न बन जाए
-
इमलीपारा रोड का चौड़ीकरण
पुराना बसस्टैंड से सत्यम चौक तक इमलीपारा रोड में तेलीपारा की तरफ मौजूद दुकानों को हटाकर रोड क्लीयर करना था। इसके लिए रोडमैप तैयार है। जल्द ही व्यापारियों को निगम की खाली दुकानों में शिफ्ट करके यहां बेजाकब्जा हटाने का काम चालू होना था, जो अब ठंडे बस्ते में चला गया।
-
हैप्पी स्ट्रीट का निर्माण
शनिचरी चौपाटी को हैप्पी स्ट्रीट में बदलने का काम प्रस्तावित है। यहां वेंडिग जोन, सौंदर्यीकरण, टयूलिप के फूलों का गार्डन बनाना है। ये काम पूरे होने के बाद इस जगह पर लोग अपने परिवार के साथ शाम को समय बीता सकते हैं। सैर के लिए लोगों को नई जगह भी मिलेगी।
-
स्पोर्ट्स क्लब का निर्माण
संजय तरण पुष्कर के पीछे स्पोर्ट्स कांपलेक्स का निर्माण प्रस्तावित है। इस जगह पर लोग इनडोर गेम जैसे टेबल टेनिस, लॉन टेनिस, बास्केटबॉल, स्वीमिंग आदि का मजा ले सकते हैं। ऐसा एक भी स्पोर्ट्स कांपलेक्स शहर में नहीं है।
-
वर्टिकल गार्डन
तेलीपारा में जवाली नाले पर बनाई सड़क में वर्टिकल गार्डन का निर्माण करने की तैयारी हो चुकी है। यहां सड़क की दोनों तरफ हरियाली होगी, जिसमें दो पहिया और पैदल चलने वालों की आवाजाही हो सकती है।
-
नदी तक नई सड़क का निर्माण
जवाली पुल से लेकर अरपा नदी तक जवाली पुल के ऊपर नई सड़क के निर्माण की रूपरेखा तैयार हो चुकी है। इससे लोगों को आवाजाही के लिए नया रास्ता मिलेगा। सड़क बनकर तैयार होने के बाद इस घनी आबादी वाली जगह में जाम लगने की समस्या काफी हद तक दूर हो जाएगी।
-
स्मार्ट पार्किंग का निर्माण
शहर में गोलबाजार, सदर बाजार आने जाने वालों को हमेशा पार्किंग की समस्या रहती है। इसे देखते हुए सिटी कोतवाली में स्मार्ट पार्किंग का निर्माण होना है। इसके अलावा यहां पुलिस क्वार्टर भी बनाए जाएंगे। आयुक्त पांडेय के ट्रांसफर के बाद पीपीपी मॉडल पर होने वाले इस काम पर भी अब ग्रहण लग सकता है।
-
नए जुड़े क्षेत्रों का विकास
नगर निगम में 15 ग्राम पंचायतों को शामिल किया गया है। यहां सर्वे कराकर विकास कार्यों का नया रोडमैप तैयार कराया गया था। अधिकारियों और कंसलटेंट को तैयारी करने के निर्देश मिल चुके थे। अब ये काम ठंडे बस्ते में चले जाने की आशंका है।