बिलासपुर: जिन शातिर ठगों का नेटवर्क अमेरिका, चीन और यूरोप में… उनको हमारी पुलिस ने ऐसे कर लिया गिरफ्तार…

बिलासपुर। साइबर अपराधों के खिलाफ बिलासपुर पुलिस ने एक बड़ी सफलता हासिल की है। रेंज साइबर थाना बिलासपुर और एसीसीयू (अपराध नियंत्रण शाखा) की टीम ने अंतरराज्यीय साइबर ठगों के एक गिरोह का पर्दाफाश किया है, जो सॉशल मीडिया पर अवैध पोर्नोग्राफी कंटेंट अपलोड करने और मनी लॉन्ड्रिंग रैकेट में शामिल होने का झांसा देकर लोगों से ठगी करते थे। इन ठगों ने एक सेवानिवृत्त केंद्रीय कर्मचारी से 5० लाख रुपए से अधिक की ठगी की थी। सैकड़ों आईएमईआई, मोबाइल नंबर व बैंक अकाउंट खंगालने के बाद इन शातिर अपराधियों का राज खुला और बिलासपुर पुलिस की विश्ोष टीम ने हरियाणा, दिल्ली व राजस्थान में कैंप कर दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। इससे पहले तीन अपराधी पकड़े जा चुके थ्ो। कोर्ट के आदेश पर इन आरोपियों को पुलिस ने ट्रांजिट रिमांड पर भेजा है और आगे की जांच जारी है।

ऐसे करते थ्ो ठगी

गिरोह के सदस्य अपने आपको ईडी और मुंबई पुलिस क्राइम ब्रांच का अधिकारी बताकर लोगों को गिरफ्तार करने का भय दिखाते थे। इस बार ठगों ने बिलासपुर निवासी जयदेव सिह चंदेल को निशाना बनाया, जिन्हें जून 2०24 में फोन और वाट्सएप कॉल के जरिए धमकाया गया। आरोपियों ने उन्हें बताया कि वे सोशल मीडिया पर अवैध सामग्री अपलोड करने और मनी लॉन्ड्रिंग में शामिल होने के आरोप में गिरफ्तार करने आए हैं। इससे डरकर जयदेव ने 26 जून से 15 जुलाई 2०24 तक 54 लाख 3० हजार रुपए आरोपियों को भेज दिए।

ऐसे आया गिरफ्त में

आईजी डॉ. संजीव शुक्ला और एसपी रजनेश सिंह ने साइबर अपराधियों की पहचान के लिए एक विशेष टीम बनाई। निरीक्षक विजय चौधरी के नेतृत्व में टीम ने राजस्थान, दिल्ली और हरियाणा के विभिन्न क्षेत्रों में कार्रवाई की। पुलिस ने ठगी के इस गिरोह के मुख्य सदस्य निकुंज कुमार और लक्ष्य सैनी को राजस्थान के अलवर जिले से गिरफ्तार किया। इसके अलावा, मामले में तीन अन्य शातिर ठग पहले ही गिरफ्तार किए जा चुके हैं। पुलिस की जांच में यह भी सामने आया कि आरोपी क्रिप्टोकरेंसी के माध्यम से ठगी की राशि को सुरक्षित रखते थे। वे धोखाधड़ी से प्राप्त पैसों को यूएसडीटी में निवेश करते थे, जिसे अंतरराष्ट्रीय प्लेटफॉर्म पर बेचकर धन को ठिकाने लगाते थे। इस बीच, आरोपी फर्जी सिम कार्ड और बैंक खातों का भी इस्तेमाल करते थे, ताकि ट्रैकिग से बच सकें।

अमेरिका, चीन व यूरोप तक फैला है नेटवर्क

गिरफ्तारी के बाद, पुलिस को आरोपियों के वॉट्सएप ग्रुप्स में उत्तरी अमेरिका, चीन और यूरोप के संपर्क सूत्रों के बारे में जानकारी मिली। इस नेटवर्क के माध्यम से आरोपी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी ठगी की राशि को लाकर उसे मनी लॉन्ड्रिंग के जरिए सफाई करते थे। आरोपियों ने बैंक खातों और मोबाइल नंबर के माध्यम से ठगी के पैसों को अन्य लोगों के खातों में ट्रांसफर किया था, ताकि उनका ट्रैक न मिले।

गिरफ्तार आरोपी

– निकुंज कुमार पिता ताराचंद, उम्र 21 वर्ष, निवासी फैमिली लाइन स्कीम नंबर 3, थाना कोतवाली, जिला अलवर (राजस्थान)
– लक्ष्य सैनी पिता बाबूलाल सैनी उम्र 2० वर्ष, निवासी साहब जोहड़ा विजय मंदिर रोड, थाना शिवाजी पार्क, जिला अलवर (राजस्थान)

विश्ोष टीम में ये रहे शामिल

एएसपी ग्रामीण व एसीसीयू अनुज कुमार, सीएसपी कोतवाली अक्षय साबद्रा, निरीक्षक विजय चौधरी, सउनि प्रदीप यादव, आरक्षक विजेंद्र मरकाम, गोर्वधन शर्मा आदि शामिल रहे।