विवादित पुलिस अफसर अमित कुमार पाटले आखिरकार लंबे समय बाद हुए रिलीव.. क्या है इसके पीछे की सच्चाई.. जानिए..

गौरेला-पेंड्रा-मरवाही। वैसे तो बड़े अफसरों के अपने अधीनस्थ काम करने वाले कोई कर्मचारी खास होते है जिसके लिए वे कुछ भी कर बैठते हैं। लेकिन जब मामला उल्टा पड़ जाए तो बड़ी आसानी से पल्ला भी झाड़ लेते हैं।

दरअसल गौरेला पेंड्रा मरवाही जिले में पदस्थ एक पुलिस अफसर के कारनामे से पल्ला झाड़ते हुए उन्हें जिले से रवानगी दे दी गई है। गौरेला थाने में पदस्थ टीआई अमित कुमार पाटले का प्रमोशन के साथ ट्रांसफर 1 महीने पहले ही दंतेवाड़ा जिला हो गया था लेकिन बड़े अफसर के करीबी होने और कुछ पेंडिंग कामकाज होने की वजह से उन्हें रिलीव नहीं किया गया था। इस दरमियां उन्होंने कई ऐसे कारनामे किए जो सीएम हाउस तक चर्चा में रहे।

प्रदेश के कोने-कोने में उनके कारनामे की चर्चा जोरों से रही। और हो भी क्यों ना… मामला ही बेहद गंभीर और संवेदनशील था। मामला बढ़ता देख बड़े अफसर ने अपने प्रिय अधीनस्थ अफसर को तत्काल रिलीव दे दी। जिससे बड़े अफसर तक कोई आंच ना आए और कोई गड़बड़ी ना हो उससे पहले ही उनको जिले से छुट्टी कर दी।

अमित पाटले पर इससे पहले भी आरोप था कि मध्यप्रदेश की सीमा पर गैर अनुमति प्राप्त लोगों को मनमाने तरीके से जिले में एंट्री करा रहे थे। ऐसे ही उनके कार्यकाल में कई विवादित घटना होती रही और तरह-तरह के कारनामे करते रहे।

खैर अब अमित पाटिल का दंतेवाड़ा जिले के लिए रिलीव हो जाना और अपने चहेते अफसर से दूर जाना थोड़ा मुश्किल तो होगा ही। अब देखना होगा वहां ऐसा कौन सा कारनामा करेंगे जो फिर खबरों की सुर्खियां बन जाएगी।