एनसीआरबी की रिपोर्ट से छग शर्मसार , सुसाइड में दूसरा तो मर्डर में तीसरा स्थान… प्रदेश में लगातार बढ़ रहा क्राइम का ग्राफ… दुराचार और गैंगरेप पर भी अंकुश नहीं लगा सकी पुलिस…

Shame on NCRB report, second place in suicide and third place in murder… The graph of crime is increasing continuously in the state… Police could not even curb misconduct and gang rape…

बिलासपुर। नेशनल क्राइम ब्यूरो की रिपोर्ट के अनुसार छत्तीसगढ़ देश का सर्वाधिक दूसरा ऐसा राज्य है जहां वर्ष 2020 में सुसाइड के सबसे अधिक केस सामने आए हैं मर्डर में तीसरा तो किडनैप में छत्तीसगढ़ का चौथा स्थान है । एनसीआरबी की आंकड़ों ने स्पष्ट कर दिया है कि छत्तीसगढ़ में क्राइम का ग्राफ लगातार बढ़ते ही जा रहा है।
प्रदेश में बलात्कार, चोरी, डकैती,हत्या, आत्महत्या ,अपहरण ,वफिरौती के लिए अपहरण और गैंगरेप के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। विधानसभा के 13वें क्षेत्र में विधायक अजय चंद्राकर ने अपराधों में छत्तीसगढ़ की स्थिति को लेकर सवाल उठाया था, जवाब में नेशनल क्राइम ब्यूरो क्राइम इन इंडिया 2020 एवं एक्सीडेंटल डेथ इन द सोसाइटी इंडिया 2020 के अनुसार क्राइम दर के आधार पर छत्तीसगढ़ का सुसाइड के मामले में दूसरा ओर मर्डर के मामले में तीसरा स्थान है। फिरौती के लिए अपहरण के मामले में चौथा, डकैती के मामले में पांचवा, बलात्कार के मामले में छठवां और अपहरण के मामले में सातवां स्थान है।

बिहार से भी आगे निकल रहा छत्तीसगढ़

क्राइम की बात करें तो छत्तीसगढ़ राज्य अब बिहार से भी आगे निकल रहा है । बिहार में जहां अपराधों पर अंकुश लग रहा है तो छत्तीसगढ़ में अपराध लगातार बढ़ते ही जा रहे हैं।

मर्डर, सुसाइड व साइबर फ्रॉड के 20 हजार से अधिक केस

1 दिसंबर 2018 से 30 जून 2021 की स्थिति में मर्डर आत्महत्या, मानव तस्करी और साइबर ठगी के 20 हजार से अधिक के सामने आए हैं , जिसमें रायपुर में सबसे अधिक 1915 , बिलासपुर में 1370, दुर्ग में 1301, जांजगीर-चांपा में 1234 ,बलौदा बाजार में 11055 , रायगढ़ में 1000 और कोरबा में 992 केस है, जिसमें 94 मर्डर, 19000 सुसाइड ,111 मानव तस्करी और 786 साइबर फ्रॉड के केस है । साइबर साइड में पूरे प्रदेश में सबसे अधिक बिलासपुर में के सामने आए हैं।

डेढ़ साल में दुष्कर्म और गैंगरेप के 6 हजार से अधिक मामले

1 जनवरी 2020 से 4 जुलाई 2021 तक छत्तीसगढ़ में 66 47 दुराचार और गैंग रेप के केस सामने आए हैं , जिसमें दुर्ग में सबसे अधिक 415 , बिलासपुर में 489 जांजगीर में 437 , कोरिया में 338, बलौदा बाजार में 322 ,;कोरबा में 321 और सूरजपुर में 315 केस है ।

3 हजार नाबालिग भी हुई शिकार

शर्म की बात यह है कि इस डेढ़ साल में 3117 नाबालिक भी दुराचार और गैंगरेप की शिकार हुई है । प्रदेश के पुलिस के आला अफसरों और जनप्रतिनिधियों को इस पर गंभीरता से विचार करने की जरूरत है , ताकि आने वाले समय में इन सभी अपराधों पर नियंत्रण लगाया जा सके ।

इस पर लगाम लगाना जरूरी

गृह मंत्रालय की ओर से विधानसभा में जो जानकारी दी गई है इसके अनुसार 1 अप्रैल 2019 से 31 जनवरी 2022 तक प्रदेश में मानव तस्करी के 104 , साइबर ठगी के 965 और मर्डर के 2802 के सामने आए हैं। इन 3 सालों में सिर्फ मर्डर की बात करें तो रायपुर में सर्वाधिक 208 जसपुर में 184, जांजगीर-चांपा में 153 , बीजापुर जैसे छोटे जिले में 149 केस है प्रदेश के 12 जिले ऐसे हैं जिसमें मर्डर का सैकड़ों में है।