इंदौर: IIM Indore ने संयुक्त सर्टिफिकेट कोर्स के लिए IIFM भोपाल से हाथ मिलाया… अब शहर से बाहर नहीं जाना पड़ेगा…

आईआईएम इंदौर IIM Indore परिसर और आसपास के क्षेत्रों के हरितीकरण, स्थिरता को प्रोत्साहित करने और ऊर्ज़ा खपत को कम करने के लिए कई कदम उठाने में विश्वास करता है।

इंदौर (मध्य प्रदेश)। आईआईएम इंदौर IIM Indore ने भारतीय वन प्रबंधन संस्थान भोपाल (IIFM Bhopal) के साथ हाथ मिला लिया है। प्रासंगिक मुद्दों पर पेशेवर, विद्बानों और अकादमिक बातचीत के अवसर प्रदान करने का इरादा रखने वाले समझौता ज्ञापन पर 29 जून को आईआईएम इंदौर के निदेशक प्रो. हिमांशु राय और आईआईएफएम भोपाल IIFM BHOPAL के निदेशक सुभाष चंद्रा (आईएफएस) ने हस्ताक्षर किए थे।

प्रो राय ने कहा कि यह समझौता ज्ञापन पर्यावरण में योगदान करने के लिए एक और कदम होगा। आईआईएम इंदौर IIM Indore परिसर और आसपास के क्षेत्रों के हरितीकरण, स्थिरता को प्रोत्साहित करने और ऊर्ज़ा खपत को कम करने के लिए कई कदम उठाने में विश्वास करता है।

उन्होंने कहा कि मैं आईआईएफएम IIMF भोपाल के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर करके प्रसन्न हूं। हम आईआईएम इंदौर में सालाना लगभग 500 पेड़ लगाते हैं और सौर संयंत्रों, विशेष नल और वर्षा जल संचयन का उपयोग करके बिजली और पानी की खपत को काफी हद तक कम कर दिया है।

उन्होंने कहा कि यह एसोसिएशन हमें स्थिरता, पर्यावरणीय मुद्दों, प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन और जलवायु परिवर्तन के क्षेत्र में अनुसंधान और संयुक्त कार्यक्रम आयोजित करने में सक्षम बनाता है।

एसोसिएशन में पर्यावरण, सामाजिक और शासन (ESG) मुद्दों, सार्वजनिक नीति, ग्रामीण विकास, आजीविका, वन्यजीव और जैव विविधता वार्तालाप पर विभिन्न प्रमाणपत्र पाठ्यक्रम, व्याख्यान, सेमिनार, कार्यशालाएं, पैनल चर्चा, वेबिनार आदि आयोजित करना भी शामिल है।

उन्होंने कहा कि हमारा उद्देश्य सेवारत और सेवानिवृत्त सिविल सेवकों, शिक्षाविदों और शोधकर्ताओं और अन्य जानकार व्यक्तियों को साझा हित के कार्यक्रमों के चल रहे अनुसंधान या विकास में भाग लेने के लिए पहचानना और आमंत्रित करना है। उन्होंने कहा कि आईआईएम इंदौर ने हाल ही में एमजीएनसीआरई MGNCRI से वन डिस्टि्रक्ट वन ग्रीन चैंपियन अवार्ड प्राप्त किया है और एएमबीए व बीजीए से अपनी सीएसआर गतिविधियों के लिए सिल्वर हासिल किया है।

चंद्रा ने आईआईएम इंदौर के साथ सहयोग करने पर भी प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि इस एमओयू MOU के तहत दोनों संस्थान पर्यावरण संबंधी गतिविधियों के लिए शिक्षण, शोध और प्रकाशन में संपर्क करेंगे। उन्होंने कहा कि हम सरकार द्बारा संभावित वित्त पोषण के लिए नए शोध परियोजना प्रस्तावों या प्रशिक्षण कार्यक्रमों को तैयार करने और प्रस्तुत करने के अवसरों की संयुक्त रूप से पहचान करने और उनका पीछा करने के लिए तत्पर हैं।

उन्होंने कहा कि गठबंधन किसी भी परियोजना के लिए अपने-अपने स्तर पर प्रधान अन्वेषक और प्रधान सह-अन्वेषक के रूप में शोधकर्ताओं और संकाय के आदान-प्रदान और सहयोग को प्रोत्साहित करता है। उन्होंने कहा कि हम सार्वजनिक नीति, शासन, प्रशासन, ग्रामीण विकास आदि सहित प्रासंगिक विषयों पर आईआईएम इंदौर के प्रतिभाशाली शिक्षकों द्बारा दिए गए समर्थन की आशा करते हैं।