Sushant Singh Rajput Death Anniversary: सुशांत सिंह राजपूत की बल्लेबाजी के फैन थ्ो मास्टर ब्लॉस्टर सचिन तेंदुलकर… तब क्रिकेटर मोरे से पूछा था कि आखिर ये लड़का कौन है…

The master blaster Sachin Tendulkar was a fan of Sushant Singh Rajput's batting… Then the cricketer had asked More, who is this boy…

बॉलीवुड स्टार सुशांत सिह राजपूत *(Sushant Singh Rajput) का निधन 14 जून 2020 को हो गया था। उन्होंने मुंबई के बांद्रा स्थित अपने निवास में आत्महत्या कर ली थी। उन्होंने अपनी अदायगी से ‘महेंद्र सिह धोनी: द अनटोल्ड स्टोरी’ फिल्म में भारत के सबसे सफल कप्तान माही की जिदगी को क्या खूब जिया। धोनी की बायोपिक के लिए उन्होंने ऐसी तैयारी की थी कि उनकी कुशलता को देखकर मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर (Sachin) भी अचरज में पड़ गए थे।

क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर को लगा था कि वे कोई प्रोफेशनल क्रिकेटर हैं। दरअसल, भारतीय टीम के पूर्व विकेट कीपर बल्लेबाज किरण मोरे (Kiran More) को एक्टर सुशांत को माही के रोल के लिए तैयार करने का जिम्मा दिया गया था। उस समय को याद करते हुए मोरे ने कहा था कि मैंने सचिन से कहा कि यह हमारा एक्टर सुशांत सिह राजपूत है। इस पर सचिन ने कहा कि पूरा जबर्दस्त है। लगता ही नहीं कि कोई एक्टर नेट्स में खेल रहा है।

यह बात उस समय की है, जब तेंदुलकर अपने बेटे अर्जुन के साथ बांद्रा-कुर्ला कांपलेक्स में गए थे। पिता-पुत्र की यह जोड़ी एक्टर सुशांत के साथ वाले नेट में प्रैक्टिस कर रही थी। ब्रेक के दौरान मोरे ने सचिन से बात की थी। उन्होंने बताया था कि सचिन ने मुझसे पूछा- वह लड़का कौन है, मुझे उसकी बल्लेबाजी पसंद है। जब मैंने उन्हें बताया कि वह बॉलीवुड एक्टर है, जो महेंद्र सिह धोनी फिल्म के लिए ट्रेनिग कर रहा है तो उन्होंने कहा कि क्या बात करता है। उन्होंने सुशांत की बल्लेबाजी की तारीफ की।

मोरे को याद है कि एक इंसान के तौर पर सुशांत (Sushant) हमेशा जोश से भरे हुए होते थे। उन्होंने सुशांत के निधन के बाद यह घटना साझा की थी। मोरे ने बताया था कि इसके बाद अर्जुन ने सुशांत को बॉलिग शुरू की और मुझसे पूछा कि क्या वह बाउंसर फेंक सकते हैं। मैंने हामी भर दी और फिर सुशांत ने बाउंसर पर शानदार शॉट खेला। हर कोई उनकी बल्लेबाजी देखकर हैरान था।

मोरे ने कहा था कि विकेट कीपिग हर कोई नैचरल रूप से नहीं सीख सकता, लेकिन सुशांत काफी मेहनती और गंभीर थे और आखिरकार उन्होंने इसमें भी काफी अच्छा किया। यह इसलिए था, क्योंकि उन्हें अपना रोल पसंद था। बल्लेबाजी करते हुए भी सुशांत ने रणजी ट्राफी स्तर की गेंदबाजों का सामना किया।